Bihar Assembly Election 2025:तेजस्वी या कोई और? कांग्रेस के बयान ने INDIA गठबंधन में बढ़ाई हलचल
Tuesday, Oct 07, 2025-07:30 PM (IST)

पटना: बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद सूबे का सियासी पारा तेजी से चढ़ गया है। हर पार्टी अपनी रणनीति को अंतिम रूप देने में जुटी है। इस बीच कांग्रेस नेता उदित राज के बयान ने INDIA गठबंधन (INDIA Alliance) के भीतर नए सियासी समीकरण की चर्चा छेड़ दी है। उन्होंने साफ कहा कि गठबंधन का मुख्यमंत्री चेहरा (CM Face) अभी तय नहीं हुआ है।
उदित राज का बड़ा बयान – “INDIA गठबंधन का CM कैंडिडेट बाद में तय होगा”
चुनाव आयोग द्वारा Bihar Election Dates घोषित किए जाने के बाद जब उदित राज से पूछा गया कि क्या तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) को INDIA गठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित किया गया है, तो उन्होंने कहा,
“वो तो कोई भी समर्थक या पार्टी कर सकते हैं, लेकिन INDIA गठबंधन का सामूहिक सीएम कैंडिडेट अभी तय नहीं है। अब देखते हैं आगे क्या होता है और पार्टी हाईकमान क्या फैसला करता है।”
इस बयान के बाद ये सवाल फिर से उठ खड़ा हुआ है कि आखिरकार INDIA गठबंधन का असली चेहरा कौन होगा?
आरजेडी के लिए मुश्किलें बढ़ीं, कांग्रेस ने छोड़ा फैसला हाईकमान पर
VIDEO | On Bihar elections, Congress leader Udit Raj (@Dr_Uditraj) says, "Tejashwi Yadav may be CM face for RJD but INDIA bloc's CM face will be decided collectively."
— Press Trust of India (@PTI_News) October 7, 2025
(Full video available on PTI Videos - https://t.co/n147TvrpG7) pic.twitter.com/6YZwdsWIK1
उदित राज के बयान से RJD के भीतर हलचल मच गई है। अब तक माना जा रहा था कि तेजस्वी यादव ही गठबंधन का चेहरा होंगे, लेकिन कांग्रेस ने अब गेंद अपने कोर्ट में डाल दी है।
कांग्रेस का कहना है कि मुख्यमंत्री पद (Chief Minister Post) का फैसला सामूहिक तौर पर लिया जाएगा। इससे गठबंधन में नेतृत्व की एकता को लेकर सवाल उठने लगे हैं।
एनडीए बनाम इंडिया गठबंधन – कौन बनेगा मुख्यमंत्री?
बिहार चुनाव में जहां NDA (BJP-JDU Alliance) ने नीतीश कुमार को अपना चेहरा घोषित कर दिया है, वहीं INDIA गठबंधन में स्थिति स्पष्ट नहीं है।
कांग्रेस और आरजेडी के बीच Leadership Consensus पर मंथन जारी है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि यह बयान रणनीतिक हो सकता है ताकि सीट शेयरिंग (Seat Sharing) और नेतृत्व दोनों मुद्दों पर लचीलापन बनाए रखा जा सके।
गठबंधन में अभी भी ‘फाइनल फ्रेम’ तय नहीं
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि कांग्रेस का यह बयान गठबंधन में Negotiation Power बढ़ाने की कोशिश है। यह कदम चुनाव से पहले कांग्रेस को अधिक सीटें पाने के लिए leverage दे सकता है। लेकिन इससे आरजेडी की सीएम कैंडिडेसी पर सवाल जरूर खड़ा हो गया है।