Bihar News: राष्ट्रीय मखाना समृद्धि मंथन, बिहार में मखाना वैल्यू चेन को सशक्त बनाने पर मंथन
Monday, Dec 22, 2025-10:10 PM (IST)
Bihar News: कृषि विभाग के प्रधान सचिव पंकज कुमार की अध्यक्षता में आज कृषि भवन, पटना के कॉन्फ्रेंस हॉल में बिहार में मखाना से संबंधित सम्पूर्ण मूल्य श्रृंखला को सशक्त, संगठित एवं आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से “राष्ट्रीय मखाना समृद्धि मंथन” का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य मखाना की समग्र अर्थव्यवस्था यथा उत्पादन, प्रसंस्करण, पैकेजिंग, ब्रांडिंग, मार्केटिंग एवं निर्यात को एक सुनियोजित 05 वर्ष के रोड मैप को विकसित करना रहा। कार्यक्रम में नीति-निर्माताओं, विशेषज्ञ संस्थानों, किसानों, उद्यमियों एवं विभिन्न हितधारकों के बीच संवाद, नवाचार एवं समन्वय पर विशेष बल दिया गया।
प्रधान सचिव ने कहा कि बिहार देश में मखाना उत्पादन का सिरमौर है, किंतु अब आवश्यकता है कि उत्पादन के साथ-साथ मूल्य संवर्धन की सभी कड़ियों को सशक्त किया जाए। मखाना का प्रसंस्करण, आकर्षक पैकेजिंग, सशक्त ब्रांडिंग एवं प्रभावी विपणन के माध्यम से किसानों और उद्यमियों की आय में उल्लेखनीय वृद्धि की जा सकती है। इसके साथ ही, मखाना क्षेत्र में कार्यरत श्रमिकों के लिए लेबर कार्ड की व्यवस्था किए जाने पर अग्रेतर कार्रवाई करने हेतु निर्णय लिया गया, ताकि खेतों एवं प्रसंस्करण इकाइयों में कार्य करने वाले मजदूरों को समाजिक सुरक्षा एवं सरकारी सहायता से आच्छादित किया जा सके।
मंथन के दौरान बीज उत्पादन में व्यापक वृद्धि एवं गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता बताई गई। यह सुनिश्चित करने पर बल दिया गया कि उच्च गुणवत्ता वाले बीज उपलब्ध हों जिनकी टेसेबिलिटी का डाटा संधारण किया जाये। साथ हीं, मखाना उत्पादन को क्लस्टर आधारित दृष्टिकोण से विकसित करने पर भी सुझाव दिया गया। जिससे तकनीकी सहायता, इनपुट आपूर्ति और विपणन को अधिक प्रभावी बनाया जा सके। मखाना पॉपिंग के लिए छोटे एवं उपयुक्त यंत्र किसानों और प्रसंस्करण इकाइयों को उपलब्ध कराने तथा मांग के अनुरूप किसानों को गुणवत्तायुक्त उन्नत प्रभेदों के बीज समय पर उपलब्ध कराने पर भी जोर दिया गया।

उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय मखाना बोर्ड के दिशा-निर्देशों एवं बिहार के प्रस्तावित वार्षिक कार्य योजना के अंतर्गत साझा समझ विकसित करने और प्रभावी समन्वय स्थापित करने पर सहमति बनी। उत्पादन, अनुसंधान, क्षेत्र विस्तार, प्रसंस्करण, ब्रांडिंग, विपणन, निर्यात एवं यांत्रिकरणी जैसे सभी क्षेत्रों में भूमिकाओं और उत्तरदायित्वों को स्पष्ट रूप से परिभाषित करने की आवश्यकता रेखांकित की गई।
इसके अतिरिक्त PMKSY, NHB, NNM, मुख्यमंत्री महिला स्वरोजगार योजना, मखाना विकास योजना, जीविका, AIF जैसी विभिन्न योजनाओं के साथ व्यावहारिक समन्वय की संभावनाओं पर विचार किया गया। प्रसंस्करण इकाइयों, निर्यातकों, FPOs, सहकारी संस्थाओं, स्टार्टअप्स तथा ब्रांडिंग एवं मशीनीकरण कंपनियों से प्राप्त सुझावों को क्रियान्वयन योजना में शामिल करने का निर्णय लिया गया।
विशेषज्ञों द्वारा बैठक में RPCAU, BAU, ICAR–NRC मखाना, KVKs, NIFTEM, CIPHET एवं IIT, खड़गपुर तथा पटना के विषयवस्तु, MoU एवं संगठित 05 वर्ष की कार्य योजनाएं तैयार करने पर भी सहमति बनी, ताकि मखाना क्षेत्र का समग्र एवं सतत् विकास सुनिश्चित किया जा सके।
इस अवसर पर विशेष सचिव, कृषि विभाग, बिहार डॉ॰ बीरेन्द्र प्रसाद यादव, विशेष सचिव, शैलेन्द्र कुमार, निदेशक उद्यान अभिषेक कुमार सहित विभाग के अन्य वरीय पदाधिकारी भी मौजूद थे।

