बिहार: नीरा उत्पादन के लिए 2 लाख ताड़ के पेड़ चिन्हित, 20 हजार टैपर्स को मिलेगा लाभ; जानें सबकुछ
Thursday, May 08, 2025-05:45 PM (IST)

पटना:ताड़ के पेड़ मालिकों और टैपर्स (पेड़ से नीरा रस निकालने वाला व्यक्ति) को रोजगार और आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने के लिए बिहार सरकार ने ‘मुख्यमंत्री नीरा संवर्धन योजना’ की शुरुआत की है। मद्यनिषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग और जीविका के संयुक्त पहल से यह योजना इस वर्ष अप्रैल से जुलाई तक (लगभग 65 दिन) के ताड़ी के मौसम के लिए लागू की गई है। इस काम के लिए 20 हजार टैपर्स को 8 रुपये प्रति लीटर उत्पादित नीरा की दर से प्रोत्साहन राशि सीधे उनके बैंक खाते में (डीबीटी के माध्यम से) दी जाएगी।
टैपर्स एवं चिन्हित पेड़ों की संख्या
प्रदेश में सबसे अधिक टैपर व ताड़ के पेड़ नालंदा, गया, मुजफ्फरपुर एवं वैशाली जिले में चिन्हित किये गये है। जीविका के माध्यम से टैपर का सत्यापन कर अनुज्ञप्ति मद्यनिषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग की तरफ से निर्गत किया जाता है।
ताड़ पेड़ मालिक को भी मिलेगी प्रोत्साहन राशि
नीरा के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए ताड़ के पेड़ मालिकों को 3 रुपये प्रति लीटर उत्पादित नीरा की दर से अधिकतम 10 पेड़ों के लिए अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इसमें ताड़ के पेड़ मालिक को 585 रुपये प्रति पेड़ की दर से अधिकतम दस पेड़ों के स्वामित्व एवं टैपिंग के लिए 5850 रुपये प्रोत्साहन राशि का भुगतान किया जाएगा।
टैपर्स को मिलेंगे कुल 15 हजार 600 रुपये
मुख्यमंत्री नीरा संवर्धन योजना के तहत 10 पेड़ की टैपिंग करने पर टैपर्स को 15 हजार 600 रुपये और 10 ताड़ के पेड़ के मालिक को 5 हजार 850 रुपये की प्रोत्साहन राशि जीविका समूह की तरफ से सीधे उनके बैंक खाते में डीबीटी के माध्यम से भुगतान किया जाएगा। 10 से कम ताड़ पेड़ों के लिए समानुपातिक प्रोत्साहन राशि देय होगा। वहीं, ताड़ के पेड़ को चिन्हित कर मार्किंग के लिए भी टैपर्स को अलग से प्रति पेड़ 30 रुपये की राशि दी जाएगी।
नीरा बिक्री केंद्र की स्थापना
नीरा की बिक्री के लिए नीरा बिक्री केंद्र बनाए गए है। सबसे ज्यादा नीरा बिक्री केंद्र नालन्दा जिला में स्थापित।
स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है नीरा
नीरा को स्वास्थ्य के लिए काफी लाभकारी बताया गया है। यही कारण है कि राज्य सरकार इसे बढ़ावा दे रही है। नीरा में कैल्शियम, आयरन, पोटैशियम, सोडियम और फास्फोरस जैसे खनिज प्रचूर मात्रा में पाए जाते हैं। साथ ही इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट, शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है। यह प्राकृतिक प्रोबायोटिक है एवं हीमोग्लोबिन बढ़ाने में सहायक है।