जीतन राम मांझी ने शराबबंदी पर फिर खड़े किए सवाल, कहा- "शराबबंदी के आड़ में गरीबों को सताया जा रहा"
Saturday, Sep 07, 2024-02:36 PM (IST)
रोहतास (अभिषेक कुमार सिंह): बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व एमएसएमई मंत्री जीतन राम मांझी (jitan ram manjhi) ने एक बार फिर शराबबंदी पर सवाल खड़े किए है। उन्होंने कहा कि शराबबंदी के नाम पर गरीबों को सताया जा रहा है। शराबबंदी के चलते विषैली शराब का निर्माण अधिक हो रहा है।
'कानून को सही तरीके से धरातल पर नहीं उतारा जा रहा'
दरअसल, शुक्रवार को जीतन राम मांझी सासाराम में लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के कार्यकर्ता सरोज पासवान की हत्या के बाद उनके परिजनों से मिलने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि सरकार ने शराबबंदी की जब तीसरी बार समीक्षा की तो यह निर्णय लिया गया कि शराब पीने के परपस से अगर कोई शराब ले कर जा रहा है, तो उसे गिरफ्तार नहीं किया जाएगा। लेकिन फिर भी गिरफ्तारी हो रही है। उन्होंने कहा कि कानून बना है, लेकिन कानून को सही तरीके से धरातल पर नहीं उतारा जा रहा है।
'शराबबंदी के आड़ में गरीबों को सताया जा रहा'
मांझी ने कहा कि शराबबंदी अच्छी चीज है, शराब नहीं पीना चाहिए। लेकिन शराबबंदी के आड़ में गरीबों को आज भी सताया जा रहा है। उन्होंने कहा कि शराबबंदी कानून में जो विकृतियां हैं, उसे दूर करना जरूरी है। क्योंकि शराब बनाने की एक प्रक्रिया है, जिसमें हफ्ते लग जाते हैं। लेकिन धंधेबाज मात्र 1 घंटे में शराब बना रहे हैं। ऐसे में वह शराब ज्यादा नुकसानदायक है। उन्होंने सरकार से शराबबंदी कानून की पुनः समीक्षा की बात कही।