नीतीश के बयान पर JDU बोली- राजनीति और समाज सेवा करने वाला कभी ‘रिटायर'' नहीं होता

11/6/2020 11:55:01 AM

पटनाः बिहार जदयू प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने मुख्यमंत्री एवं पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार द्वारा एक चुनावी सभा में यह कहे जाने कि यह उनका अंतिम चुनाव है, गुरुवार को स्पष्ट किया कि राजनीति करने वाला और समाज सेवा करने वाला कभी ‘रिटायर' नहीं होता है और नीतीश कुमार उसी में से हैं।

नीतीश कुमार के उक्त कथन को विपक्ष द्वारा उनके हार मान लेने और उनके राजनीति से सन्यास लिए जाने के बारे में वशिष्ठ नारायण ने कहा, ‘‘ये दोनों गलत है। नीतीश जी के व्यक्तव्य का ऐसा कोई मतलब नहीं था। उनका ऐसा कोई आशय नहीं था और इसमें जो भी अर्थ निकाल रहे हैं, अपने मन से अर्थ निकाल रहे हैं। वह अंतिम चुनावी सभा थी। वे स्वयं तो चुनाव नहीं लड रहे हैं। स्वयं चुनाव लड़ते और इस तरह का कोई व्यक्तव्य देते तो उसकी व्याख्या हो सकती थी। वह तो उम्मीदवार के प्रचार के लिए गए थे। अंतिम चुनावी सभा थी तो उस संदर्भ में यह कह ही सकते हैं, जो उन्होंने कहा। अब ये लोग खुश हैं तो उनकी मर्जी है।''

यह पूछे जाने पर कि नीतीश कुमार के इस बयान से बिहार विधानसभा के इस अंतिम चरण के मतदान में क्या प्रभाव नहीं पड़ेगा और क्या राजग को नुकसान नहीं पहुंचेगा? सिंह ने कहा, ‘‘कोई प्रभाव नहीं पडेगा और जरा भी नुकसान नहीं पहुंचेगा। यदि इस बयान का कोई गलत अर्थ निकालेगा तो इसका सही अर्थ भी तो निकालने वाले लोग होंगे और सही अर्थ निकालने वाले ज्यादा व्यापक हैं राजग के पास।'' यह पूछे जाने पर कि नीतीश कुमार के उक्त बात कहने का क्या अर्थ था, सिंह ने कहा, ‘‘अंतिम चुनाव प्रचार था। आज के बाद उन्हें कहीं निकलना नहीं था।''

बता दें कि नीतीश कुमार ने पूर्णिया के धमदाहा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘आज चुनाव प्रचार का अंतिम दिन है। परसों मतदान है और यह मेरा अंतिम चुनाव है। अंत भला तो सब भला।'' गौरतलब है कि नीतीश कुमार ने साल 1977 में अपना पहला चुनाव लड़ा था। वह कई बार लोकसभा के सांसद रहे और अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में मंत्री भी रहे। नीतीश कुमार साल 2005 से बिहार के मुख्यमंत्री हैं।


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Ramanjot

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