बिहार में मतदाता सूची से जुड़े अब तक के सबसे बड़े संशोधन की तैयारी, 52 लाख नामों पर तलवार लटकी
Wednesday, Jul 23, 2025-08:48 AM (IST)

पटना: बिहार में मतदाता सूची को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है। राज्य में चल रहे Special Intensive Revision (SIR) अभियान के तहत चुनाव आयोग ने 51 लाख से अधिक नामों को हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। यह कदम मतदाता सूची को पारदर्शी और त्रुटिरहित बनाने की दिशा में उठाया गया है।
ECI Bihar Voter List Update के मुताबिक, अब तक की जांच में यह सामने आया है कि 18 लाख से ज्यादा मतदाता ऐसे हैं जिनकी मृत्यु हो चुकी है, लेकिन उनके नाम अब भी लिस्ट में बने हुए हैं। वहीं, करीब 26 लाख मतदाता ऐसे हैं जो या तो बिहार से बाहर स्थानांतरित हो चुके हैं या फिर किसी अन्य विधानसभा क्षेत्र में स्थानांतरित हो गए हैं।
इसके अलावा लगभग 7 लाख लोगों के नाम दो जगह दर्ज पाए गए, जो निर्वाचन नियमों का उल्लंघन है।
1 अगस्त को जारी होगी प्रारूप मतदाता सूची, एक महीने तक दर्ज कर सकेंगे आपत्ति
चुनाव आयोग की ओर से यह भी स्पष्ट किया गया है कि 1 अगस्त 2025 को प्रारूप मतदाता सूची (Draft Voter List) प्रकाशित की जाएगी। इसके बाद 1 अगस्त से 1 सितंबर तक आम नागरिक अपनी आपत्ति, सुधार या नामांकन के लिए आवेदन दे सकेंगे।
बूथ लेवल पर चल रहा है काम:
मतदाता सूची के सत्यापन के लिए राज्य में बड़ी संख्या में टीमें लगाई गई हैं। इस अभियान में करीब 1 लाख BLO (Booth Level Officers), 4 लाख स्वयंसेवक और 12 प्रमुख राजनीतिक दलों के 1.5 लाख Booth Level Agents (BLA) शामिल हैं। ये टीमें उन लोगों की पहचान कर रही हैं जिन्होंने अब तक मतदाता गणना से जुड़ा कोई फॉर्म नहीं भरा है या फिर वे अपने पते पर नहीं पाए गए हैं।
52 लाख से अधिक संदिग्ध नामों की सूची बनी, सभी दलों को सौंपी गई जानकारी
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, जिलाधिकारी और निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों ने राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर करीब 21 लाख ऐसे मतदाताओं की सूची साझा की है, जिनके दस्तावेज अभी तक प्राप्त नहीं हुए हैं। वहीं, कुल 52.30 लाख नामों की एक दूसरी सूची तैयार की गई है, जिनमें से कई या तो मृत हैं, स्थानांतरित हो चुके हैं या एक से अधिक स्थानों पर नामांकन करा चुके हैं।