48 साल बाद फैसला आते ही एक्शन! 4 बुलडोजरों ने सब मिट्टी में मिलाया; पूरे गांव में भारी पुलिस बल तैनात

Monday, Nov 24, 2025-06:35 PM (IST)

Bihar News: बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में करीब 48 साल पुराने जमीन विवाद (Land Dispute) पर आखिरकार बड़ा फैसला आया है। मोतिहारी सिविल कोर्ट के आदेश के बाद प्रशासन ने पकड़ीदयाल थाना क्षेत्र के अजगरी गांव में विवादित भूखंड पर बने पक्के मकान को चार बुलडोज़रों की मदद से ध्वस्त कर दिया है। कार्रवाई के दौरान गांव में भारी पुलिस बल तैनात रहा और पूरे दिन सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रही। 

1977 से चल रहा था जमीन विवाद 

जानकारी के अनुसार, यह मामला वर्ष 1977 में शुरू हुआ था। गांव के फेकन ठाकुर और मंगल ठाकुर ने अदालत में वाद दायर कर आरोप लगाया था कि उनके पाटीदार- राजकुमार ठाकुर, सियाराम ठाकुर और रघुवंश ठाकुर ने उनकी 6 बीघा जमीन पर कब्जा कर मकान बना लिया था। लगभग पांच दशकों तक चली सुनवाई और कानूनी प्रक्रिया के बाद कोर्ट ने अंततः फेकन ठाकुर और मंगल ठाकुर के पक्ष में फैसला सुनाया और असली भूमि मालिकों को कब्जा दिलाने का आदेश दिया। 

प्रशासन की सख्त निगरानी में बुलडोज़र कार्रवाई 

कोर्ट आदेश लागू कराने के लिए कमिश्नर राजीव शंकर वर्मा, पुलिस अधिकारियों, मजिस्ट्रेटों और प्रशासनिक टीम के साथ गांव पहुंचे। पहले विवादित मकान को खाली कराया गया. फिर चार बुलडोज़रों ने मिलकर पक्का मकान पूरी तरह गिरा दिया। दोनों पक्षों के समर्थक मौके पर मौजूद रहे। प्रशासन की सख्ती के कारण कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। कमिश्नर ने कहा, “कोर्ट के आदेश के अनुसार भूमि मालिकों को उनकी जमीन पर दखल- कब्ज़ा दिलाया गया है। पूरी कार्रवाई शांतिपूर्ण माहौल में हुई।”

गांव में दशकों से तनाव, अब राहत की उम्मीद

स्थानीय लोगों के अनुसार, यह जमीन विवाद गांव की राजनीति और तनाव का बड़ा कारण रहा है। कोर्ट के फैसले और प्रशासनिक कार्रवाई के बाद ग्रामीणों में उम्मीद है कि अब लंबे समय से चला आ रहा तनाव खत्म होगा और इलाके में शांति कायम होगी। विवादित जमीन पर दोबारा कोई निर्माण न हो, इसके लिए भी पुलिस लगातार गश्त कर रही है।


 


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Ramanjot

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