बिहार के कहलगांव विद्युत संयंत्र में कोयले की कमी, उत्पादन हो सकता प्रभावित

5/11/2022 6:25:10 PM

 

भागलपुरः बिहार के भागलपुर जिले में अवस्थित देश की सबसे बड़ी विद्युत उत्पादक कंपनी एनटीपीसी लिमिटेड के कोयला आधारित कहलगांव विद्युत संयंत्र में कोयले की भारी कमी से विद्युत उत्पादन के प्रभावित होने की संभावना बढ़ गई है।

कहलगांव विद्युत संयंत्र के मुख्य महाप्रबंधक अरिंदम सिन्हा ने बुधवार को यहां बताया कि झारखंड के गोड्डा जिले में स्थित ईस्टर्न कोल फिल्ड (ईसीएल) की राजमहल परियोजना में उत्खनन कार्य के बाधित होने के कारण वहां से कहलगांव विद्युत संयंत्र को पर्याप्त मात्रा में कोयले की आपूर्ति नहीं हो पा रही है, जिससे यहां कोयले का स्टॉक घट कर सिर्फ करीब डेढ़ लाख मीट्रिक टन रह गया है, जो 5-6 दिनों के लिए पर्याप्त है। उन्होंने बताया कि इस संयंत्र के सभी सातों इकाइयों के परिचालन के लिए प्रतिदिन करीब 45 हजार मीट्रिक टन कोयले की जरुरत होती है। लेकिन राजमहल परियोजना से करीब दो रैक ही कोयला मिल पा रहा है। ऐसे में जरुरत के मुताबिक कोयला नहीं मिलने से संयंत्र के स्टॉक में रखे कोयले की खपत इकाईयों के परिचालन मे की जा रही है। सिन्हा ने बताया कि ऐसी स्थिति में कहलगांव संयंत्र के सभी इकाइयों में विधुत उत्पादन को जारी रखने के पूर्व रेलवे के जरिए विभिन्न कोयला कंपनियों के पश्चिम बंगाल स्थित रानीगंज एवं अंडाल के खदानों से प्रतिदिन करीब 7 रैक कोयले की आपूर्ति हो रही है।

मुख्य महाप्रबंधक ने बताया कि कोयले की कमी के बावजूद कहलगांव विधुत संयंत्र मे सभी सातों इकाइयों के सहयोग से करीब 2300 मेगावाट विद्युत का उत्पादन हो रहा है और यहां से संबंधित राज्यों को निर्धारित कोटे के तहत बिजली उपलब्ध करवाई जा रही है। उन्होंने बताया कि कहलगांव विद्युत संयंत्र में उत्पन्न कोयला संकट का समाधान शीघ्र नहीं होता तो इस संयंत्र की कोई भी इकाई बंद हो सकती है। वैसे इस सिलसिले में एनटीपीसी प्रबंधन कोयले की आपूर्ति में वृद्धि के लिए ईसीएल एवं पूर्व रेलवे के लगातार संपर्क में हैं।
 


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Nitika

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