मुख्यमंत्री ने भागलपुर जिले में चल रही विकास योजनाओं की समीक्षा बैठक की

Saturday, Feb 01, 2025-08:56 PM (IST)

पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को भागलपुर जिले में चल रही विकासात्मक योजनाओं के संबंध में समाहरणालय सभागार में समीक्षात्मक बैठक की। समीक्षात्मक बैठक में भागलपुर जिले के जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरीने जिले के विकास कार्यों का प्रस्तुतीकरण के माध्यम से विस्तृत जानकारी दी।

जिलाधिकारी ने बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना, कुशल युवा कार्यक्रम, हर घर नल का जल एवं उनका अनुरक्षण, हर घर तक पक्की गली-नाली निर्माण, मुख्यमंत्री ग्रामीण सोलर स्ट्रीट लाइट योजना, हर खेत तक सिंचाई का पानी, कृषि फीडर का निर्माण, मुख्यमंत्री कृषि विद्युत कनेक्शन योजना, मुख्यमंत्री उद्यमी योजना, उच्चतर शिक्षा हेतु महिलाओं को प्रोत्साहन, स्वास्थ्य उपकेंद्र में टेली मेडिसिन के माध्यम से चिकित्सा परामर्श, पशु चिकित्सा सेवाओं की डोर स्टेप डिलीवरी एवं पंचायत सरकार भवन के निर्माण की अद्यतन स्थिति के संबंध में मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी। इसके अलावा हर पंचायत में 10+2 विद्यालय, ग्राम पंचायत, नगर पंचायत में खेल-कूद को बढ़ावा देने हेतु स्पोर्ट्स क्लब का गठन, प्रत्येक पंचायत में खेल का मैदान, मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना (अवशेष), मुख्यमंत्री ग्रामीण सेतु योजना, शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में स्वयं सहायता समूहों का गठन, राजस्व प्रशासन में पारदर्शिता, दाखिल खारिज / परिमार्जन / परिमार्जन प्लस एवं जल-जीवन-हरियाली के तहत जीर्णोद्धार कराए गए सार्वजनिक कुओं, पोखर तथा तालाबों की अद्यतन स्थिति के संबंध में जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी। समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री के समक्ष जनप्रतिनिधियों ने अपने-अपने क्षेत्र की समस्याएं भी रखीं।

सीएम ने किया समीक्षा बैठक को संबोधित

समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बैठक में मैं आप सभी का अभिनंदन एवं स्वागत करता हूं। भागलपुर के जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी ने जिले में चल रही विकासात्मक कार्यों की प्रगति के संबंध में हम सभी को जानकारी दी है। यहां उपस्थित आप सभी जन प्रतिनिधियों ने भी अपनी-अपनी बातें रखी हैं। आप सभी की बातों को यहां उपस्थित संबंधित विभाग के अधिकारियों एवं जिलाधिकारी ने नोट कर लिया है। हम अधिकारियों से कहेंगे कि वे इनके बातों को ध्यान में रखते हुए आगे की कार्रवाई सुनिश्चित करें। प्रारंभ से ही हमलोग बिहार के समुचित विकास का काम कर रहे हैं। बिहार के लोगों ने 24 नवंबर 2005 से हमलोगों यहां काम करने का मौका दिया। तब से निरंतर हमलोग बिहार को आगे बढ़ाने में लगे हैं। 

2005 से पहले बिहार का बुरा हाल था: नीतीश कुमार

उन्होंने कहा कि वर्ष 2005 से पहले बिहार का बुरा हाल था। शाम के बाद लोग अपने घरों से बाहर निकलने में डरते थे। अस्पतालों में इलाज का इंतजाम नहीं था, सड़कें जर्जर थीं। शिक्षा की हालत ठीक नहीं थी। ग्रामीण इलाकों में बिजली नहीं रहती थी। राजधानी पटना में भी प्रतिदिन 8 से 9 घंटे मुश्किल से बिजली की आपूर्ति होती थी। प्रायः हिन्दू-मुस्लिम के बीच विवाद की खबरें आती थीं। सड़कों का काफी अभाव था। प्रारंभ से हमलोग भाजपा के साथ मिलकर बिहार का विकास कर रहे हैं। श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी ने ही हमें मुख्यमंत्री बनाया। दो बार गलती से हम इधर से उधर चले गए। अब कभी इधर-उधर नहीं जायेंगे। एक साथ रहकर हमलोग बिहार की तरक्की करेंगे। हर क्षेत्र में विकास के काम किए जा रहे हैं। 

प्रदेश में अब कहीं कोई हिन्दू-मुस्लिम के बीच विवाद नहीं: नीतीश

नीतीश कुमार ने कहा कि पहले बिहार में प्रायः हिन्दू-मुस्लिम के बीच झगड़े की खबरें आती थी। वर्ष 2006 से हमलोगों ने कब्रिस्तानों की घेराबंदी शुरू कराई। अब तक 8 हजार से अधिक कब्रिस्तानों की घेराबंदी करा दी गई है और शेष बचे कब्रिस्तानों की घेराबंदी कराई जा रही है। अब कहीं कोई हिन्दू-मुस्लिम के बीच विवाद नहीं है। वर्ष 2005 से पहले जिन्होंने वोट लेने का काम किया, वे हिन्दू-मुस्लिम की झगड़े को खत्म करने की दिशा में कोई ध्यान नहीं दिया। हम लोगों ने देखा कि मंदिरों से मूर्ति चोरी की घटनाएं हो रही हैं, इसे देखते हुए वर्ष 2016 से पुराने मंदिरों की चहारदीवारी के निर्माण कार्य शुरू कराया गया ताकि मंदिरों में चोरी की घटनाएं न हों।

मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी के सरकार में बड़े पैमाने पर सड़कों के निर्माण का काम शुरू कराया गया। हमलोगों ने शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पुल-पुलिया के निर्माण का काफी काम कराया है जिसके कारण बिहार के किसी भी सुदूरवर्ती इलाके से पहले 6 घंटे में लोग पटना पहुंचते थे, अब उसे घटाकर 5 घंटे किया गया है। हर प्रकार से काम किया जा रहा है।

बिहार में बड़े पैमाने पर नियोजित शिक्षकों की बहाली की गई : नीतीश

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2006 से सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए पोशाक योजना की शुरुआत की गई। इसके बाद वर्ष 2008 में 9वीं कक्षा में पढनेवाली लड़कियों के लिए साइकिल योजना शुरू की गई। जब लड़कों ने मांग शुरू की तो वर्ष 2010 से उनके लिए भी साइकिल योजना शुरू की गई। बिहार में बड़े पैमाने पर नियोजित शिक्षकों की बहाली की गई है। स्कूल भवनों का निर्माण कराकर शिक्षा के क्षेत्र में सुधार लाने का प्रयास किया गया है। बड़ी संख्या में सरकारी शिक्षकों की भी बहाली की जा रही है। इसके साथ ही नियोजित शिक्षकों को परीक्षा के माध्यम से सरकारी मान्यता प्रदान की जा रही है। मदरसों को भी सरकारी मान्यता प्रदान की गई और वहां पढ़ानेवाले शिक्षकों को सरकारी शिक्षक के अनुरूप वेतन दिया जा रहा है।

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रतिमाह औसतन 11 हजार से अधिक मरीज इलाज कराने पहुंच रहे:सीएम

मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एक माह में सिर्फ 39 मरीज इलाज कराने आते थे। हमलोगों ने वर्ष 2006 से सभी सरकारी अस्पतालों में मुफ्त दवा एवं इलाज की सुविधा उपलब्ध कराई जिसके कारण अब प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रतिमाह औसतन 11 हजार से अधिक मरीज इलाज कराने पहुंच रहे हैं। पहले बिहार में सिर्फ 6 सरकारी मेडिकल कॉलेज थे। अब उनकी संख्या बढ़कर 12 हो गई है। इसके अलावा 14 मेडिकल कॉलेजों का निर्माण कार्य तेजी से आगे बढ़ रह रहा है। सभी जिलों में मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं। पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, पुराने 6 मेडिकल कॉलेजों में से एक है, जिसे 5400 बेड का वर्ल्ड क्लास अस्पताल बनाया जा रहा है। शेष 5 पुराने मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल का भी विस्तार करते हुए 2500 बेड का कराया जा रहा है। आई०जी०आई०एम०एस० का भी विस्तार किया जा रहा है, यहां पर 3000 बेड और समुचित इलाज की सुविधा उपलब्ध होगी। हमलोगों ने वर्ष 2015 से सात निश्चय योजना के माध्यम से हर घर नल का जल, हर घर पक्की गली एवं नाली का निर्माण, हर घर शौचालय, हर घर तक बिजली का कनेक्शन जैसी मूलभूत सुविधाएं लोगों तक पहुंचा दी है। वर्ष 2020 से सात निश्चय योजना-2 के तहत मुख्यमंत्री ग्रामीण सोलर स्ट्रीट लाइट योजना, टेलीमेडिसिन, बाल हृदय योजना, हर खेत तक सिंचाई का पानी आदि का काम तेजी से आगे बढ़ रहा है।

हमलोगों ने महिलाओं के उत्थान के लिए हर प्रकार से काम किया: नीतीश

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2006 से पंचायती राज संस्थाओं तथा वर्ष 2007 से नगर निकायों में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया गया, इसके तहत अब तक 4 चुनाव हो चुके हैं। बड़ी संख्या में महिलाएं चुनकर आई हैं। हमलोगों ने महिलाओं के उत्थान के लिए हर प्रकार से काम किया है। वर्ष 2013 से पुलिस की बहाली में महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण दिया गया। अब बिहार के पुलिस बल में महिलाओं की संख्या अन्य राज्यों की तुलना में सबसेअधिक है। बिहार पुलिस में महिलाओं की जितनी संख्या है उतना देश के किसी भी अन्य राज्य के पुलिस बल में नहीं है। वर्ष 2016 से सभी सरकारी सेवाओं में हमलोगों ने महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण देना शुरू किया है। पहले बिहार में स्वयं सहायता समूहों की संख्या काफी कम थी। वर्ष 2005 में जब हमलोगों की सरकार बिहार में बनी तो हमलोगों ने वर्ष 2006 में विश्व बैंक से कर्ज लेकर स्वयं सहायता समूहों की संख्या बढ़ाने का काम शुरू किया। बिहार में अब स्वयं सहायता समूहों की संख्या 10 लाख 61 हजार हो गई है, जिनसे 1 करोड़ 35 लाख जीविका दीदियां जुड़ी हैं। हमने ही स्वयं सहायता समूह का नाम 'जीविका' किया और इनसे जुड़ी महिलाओं का नाम 'जीविका दीदी' दिया, जिससे प्रेरित होकर तत्कालीन केंद्र सरकार ने 'आजीविका' के नाम से पूरे देश में इसे लागू किया। बिहार के शहरी क्षेत्रों में भी अब हमलोगों ने जीविका समूहों का गठन शुरू कराया है, जिनसे अब तक 3 लाख से अधिक जीविका दीदियां जुड़ चुकी हैं। हमलोग समाज के हर तबके के उत्थान के लिए काम करते हैं। किसी के साथ भेदभाव नहीं करते हैं।

अब तक 9 लाख लोगों को सरकारी नौकरी दे दी गई: मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री ने कहा कि सात निश्चय-2 योजना के तहत हमलोगों ने 10 लाख लोगों को सरकारी नौकरी देने का लक्ष्य निर्धारित किया था, जिसे बढ़ाकर 12 लाख किया गया है। अब तक 9 लाख लोगों को सरकारी नौकरी दे दी गई है। इसके अलावा 10 लाख लोगों को रोजगार देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। अब तक 24 लाख लोगों को रोजगार मुहैया कराया गया है। वर्ष 2025 में 12 लाख लोगों को सरकारी नौकरी तथा 34 लाख लोगों को रोजगार मुहैया करा दिया जाएगा। हमलोगों ने सभी पार्टियों के साथ बैठक कर बिहार में जाति आधारित गणना कराई जिसमें 94 लाख गरीब परिवारों को चिह्नित किया गया है, जो हर जाति से जुड़े हैं। ऐसे गरीब परिवारों को प्रति परिवार 2 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जा रही है ताकि वे अपना जीविकोपार्जन कर सकें।

भागलपुर में इंजीनियरिंग कॉलेज, पारा मेडिकल संस्थान और छात्रावासों का निर्माण कराया गया:सीएम 

मुख्यमंत्री ने कहा कि भागरपुर जिले में विकास के अनेक कार्य कराए गए हैं। भागलपुर से हमारा पुराना रिश्ता है। जे०पी० आंदोलन के समय हम यहीं जेल में बंद थे। यहां जेल के अंदर और बाहर भी लोग काफी मेरी इज्जत करते थे। यहां से मुझे बहुत लगाव है। भागलपुर में इंजीनियरिंग कॉलेज, पारा मेडिकल संस्थान और छात्रावासों का निर्माण कराया गया है। साथ ही राजकीय पॉलिटेक्निक संस्थान, महिला आई०टी०आई०, सभी अनुमंडलों में आई०टी०आई०, जी०एन०एम० संस्थान, आवासीय विद्यालय, छात्रावास, अनेक पथों एवं पुल-पुलियों का निर्माण कराया गया है। वर्ष 2010 में यहां बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर की स्थापना, बड़ी संख्या में पथों एवं पुल पुलियों का निर्माण कराया गया। यातायात को सुचारू करने के लिए विक्रमशिला अप्रोच पथ का चौड़ीकरण तथा घोरघट पुल का निर्माण कराया गया। विक्रमशीला सेतु के समातांतर पुल का निर्माण कराय जा रहा है। वर्ष 2019 में जब यहां बाढ़ आई थी तो तत्काल प्रभाव से बाढ़ पीड़ितों तक राहत पहुंचाई गई। गंगा नदी के बगल में स्थित भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज का उस समय कटाव हो रहा था, जिसे हम देखने आए थे। भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज को सुरक्षित रखने के लिए कटावरोधी कार्य कराया गया है। भागलपुर जिले में अब तक 39 पंचायत सरकार भवन का निर्माण कराया जा चुका है। शेष सभी पंचायत सरकार भवनों का निर्माण कार्य इस साल जून तक हर हाल में पूर्ण करा दें। बिजली के क्षेत्र में भी यहां काफी काम किया गया है। 5 ग्रिड सब स्टेशन, 12 पावर सब स्टेशन, कृषि कार्य हेतु 60 डेडिकेटड कृषि फीडर का निर्माम यहां कराया गया है। भागलपुर जिले में 3 लाख 52 हजार जीविका दीदियां विभिन्न जीविका समूहों से जुड़ी हुई हैं। 6 जीविका दीदी की रसोई यहां संचालित है। वर्ष 1989 में भागलपुर में साम्प्रदायिक दंगा हुआ था। लंबे समय तक पीड़ितों को न्याय नहीं दिलाया गया। वर्ष 2005 में हम इस इलाके में घूम रहे थे। उस समय लोगों ने हमसे न्याय की गुहार लगाई थी। जब वर्ष 2005 के नवबंर माह में हमारी सरकार बिहार में बनीतब हमने वर्ष 2006 में भागलपुर साम्प्रदायिक दंगों की जांच कराकर पीड़ितों को मुआवजा देने के साथ ही हर प्रकार से मदद दी गई।

भागलपुर जिले में लोगों की मांगों के संबंध में मुख्यमंत्री की महत्वपूर्ण घोषणायें

  • भागलपुर नगर निगम अंतर्गत बौंसी रेलवे लाईन पर आर०ओ०बी० का निर्माण कराया जायेगा।
  • भागलपुर में नये अंतर्राज्यीय बस अड्डे का निर्माण किया जायेगा।
  • नवगछिया अनुमंडल में स्पोर्टस काम्प्लेक्स का निर्माण किया जायेगा, इससे खिलाड़ियों को प्रशिक्षण में सुविधा होगी तथा स्थानीय प्रतिभाओं को बढ़ावा मिलेगा।
  • भागलपुर के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलज एवं अस्पताल में कैंसर के इलाज के लिए सुपर स्पेशियलिटी विभाग की सुविधा विकसित की जायेगी।
  • नाथनगर प्रखंड में चम्पा नदी के अप-स्ट्रीम में गोड़ियारी नदी पर चेक डैम का निर्माण कराया जायेगा।
  • सुल्तानगंज में जहाज घाट के निकट रेलवे की 17 एकड़ भूमि को केन्द्र सरकार से लेने का अनुरोध किया जायेगा, जिसे बाद में पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किया जायेगा।
  • गोराडीह प्रखंड में उपलब्ध सरकारी भूमि पर औद्योगिक क्षेत्र का विकास किया जायेगा, इससे उद्योग को बढ़ावा मिलेगा।
  • भागलपुर में नये ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे का निर्माण किया जायेगा, इससे औद्योगिक विकास एवं पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
  • भागलपुर में वर्तमान हवाई अड्डे पर छोटे विमानों के संचालन हेतु उड़ान योजना में इसे सम्मिलित करने हेतु केन्द्र सरकार से अनुरोध किया जायेगा।
  • भागलपुर जिले के 7 प्रखंडों क्रमशः पीरपैंती, विहपुर, शाहकुंड, कहलगाँव, सबौर, नवगछिया एवं सन्हौला में नये प्रखंड-सह-अंचल कार्यालय भवन तथा 4 प्रखंडों क्रमशः गौराडीह, नाथनगर, नारायणपुर एवं इस्माईलपुर में सभी कार्यालय भवनों के साथ-साथ आवसीय परिसर का भी निर्माण कराया जायेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र की तरफ से भी बिहार को काफी मदद मिल रही है। जब हम सांसद थे और केंद्र में मंत्री थे तब बराबर अपने क्षेत्र का भ्रमण करते थे। सड़कों के अभाव में मुझे काफी पैदल चलना पड़ता था। केंद्र में जब हम मंत्री थे तो प्रत्येक शनिवार को हम अपने क्षेत्र का दौरा कर लोगों से अवश्य मिलते थे। सभी जन प्रतिनिधियों से हम आग्रह करेंगे कि यहां जो भी काम शेष हैं या जो जरूरतें हैं, उनसे अधिकारियों को अवगत कराएं। हमारा उद्देश्य है लोगों की सेवा के साथ-साथ बिहार का विकास करना। मैं आप सभी का पुनः अभिनंदन करते हुए बधाई देता हूं।

जिलाधिकारी ने पौधा एवं प्रतीक चिन्ह भेंटकर किया मुख्यमंत्री का अभिनंदन 

समीक्षा बैठक में उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, जल संसाधन सह संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, श्रम संसाधन मंत्री सह भागलपुर जिले के प्रभारी मंत्री संतोष कुमार सिंह, सांसद अजय कुमार मंडल, विधायक ललित नारायण मंडल, विधायक पवन कुमार यादव, विधायक कुमार शैलेंद्र, विधायक ललन कुमार, विधायक अजीत शर्मा, विधान पार्षद विजय कुमार सिंह, विधान पार्षद एन०के० यादव, विधान पार्षद संजीव कुमार सिंह, जिला परिषद अध्यक्ष मिथुन कुमार यादव, भागलपुर नगर निगम की महापौर वसुंधरा लाल, जिला कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति के उपाध्यक्ष विपिन बिहारी सिंह, जिला कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति के उपाध्यक्ष संतोष शाह, मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ, विभिन्न विभागों के अपर मुख्य सचिव /प्रधान सचिव/सचिव, अपर पुलिस महानिदेशक मुख्यालय कुंदन कृष्णन, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, भागलपुर प्रमंडल के आयुक्त दिनेश कुमार, भागलपुर प्रक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक विवेक कुमार, भागलपुर के जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी, वरीय पुलिस अधीक्षक हृदय कान्त सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति एवं वरीय अधिकारी उपस्थित रहे।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Ramanjot

Related News

static