जातिगत जनगणना जनता की मांग और यह होकर रहेगी...BJP की चालाकी जनता समझ चुकीः लालू यादव
Friday, May 05, 2023-01:00 PM (IST)

पटनाः पटना हाईकोर्ट ने बिहार सरकार द्वारा कराए जा रहे जाति सर्वेक्षण पर रोक लगा दी और इस सर्वेक्षण अभियान के तहत अब तक एकत्र किए गए आंकड़ों को सुरक्षित रखने का निर्देश दिया। अब 3 जुलाई 2023 को अगली सुनवाई होगी। वहीं पटना हाईकोर्ट की तरफ से जातीय आधारित गणना पर रोक लगाए जाने के बाद राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गई है। इसी कड़ी में अब राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने भी भाजपा पर जोरदार हमला बोला है।
जातिगत जनगणना बहुसंख्यक जनता की माँग है और यह हो कर रहेगा। BJP बहुसंख्यक पिछड़ों की गणना से डरती क्यों है?
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) May 5, 2023
जो जातीय गणना का विरोधी है वह समता, मानवता, समानता का विरोधी एवं ऊँच-नीच, गरीबी, बेरोजगारी, पिछड़ेपन, सामाजिक व आर्थिक भेदभाव का समर्थक है।
देश की जनता जातिगत जनगणना पर…
"जनता जातिगत जनगणना पर बीजेपी की चालाकी को समझ चुकी"
राजद सुप्रीमो लालू यादव ने ट्वीट कर कहा है कि, जातिगत जनगणना बहुसंख्यक जनता की मांग है और यह हो कर रहेगा। भाजपा बहुसंख्यक पिछड़ों की गणना से डरती क्यों है? जो जातीय गणना का विरोधी है वह समता, मानवता, समानता का विरोधी एवं ऊंच-नीच, गरीबी, बेरोजगारी, पिछड़ेपन, सामाजिक व आर्थिक भेदभाव का समर्थक है। देश की जनता जातिगत जनगणना पर बीजेपी की कुटिल चाल और चालाकी को समझ चुकी है। इधर, पटना उच्च न्यायालय के बिहार सरकार द्वारा कराए जा रहे जाति सर्वेक्षण पर रोक लगाए जाने के बाद विपक्षी भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश की नीतीश कुमार सरकार से इस्तीफे की मांग की है।
तेजस्वी ने दिया बड़ा बयान
बता दें कि इससे पहले डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा कि सबको पता है, यह जाति आधारित सर्वे था, जातीय जनगणना नहीं था। जाति आधारित सर्वे का मकसद बिहार के गरीबों को फायदा पहुंचाने का था। लालू यादव और नीतीश कुमार जाति आधारित सर्वे के लिए प्रतिबद्ध है। जाति आधारित जनगणना लोगों के कल्याण के लिए है, हम गरीबी, पिछड़ेपन को मिटाना चाहते हैं। एक बात स्पष्ट है, यह होना तय है।