बिहार का बड़ा नटवरलाल...IPS अफसर को बचाने के लिए बना फर्जी जज, DGP को फोन कर बनाता था दबाव

Monday, Oct 17, 2022-11:28 AM (IST)

पटना (अभिषेक कुमार सिंह): आज हम आपको मिलवातें है बिहार के एक बड़े नटवर लाल से जिसने आम आदमी को तो अपना निशाना बनाया, लेकिन उसके इस कारनामे की जद मे आ गए बिहार के बड़े से बड़े अधिकारी। नाम है अभिषेक अग्रवाल.... पटना की वीआईपी और खासकर अफसरों की पार्टियों मे ये चेहरा कॉमन है। इसके फेसबुक पर देखे तो बड़े-बड़े आईपीएस और आईएएस अधिकारियों के साथ इसकी तस्वीरें दिख जाएंगी।

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भले ही पत्रकारों और आम लोगों के लिए इन अधिकारियो के पास समय का आभाव रहता है लेकिन ऐसे लोगो को इन अधिकारियो के यहां वीआईपी ट्रीटमेंट मिलती है ये तस्वीरें इसकी बानगी है। अब ये जान लीजिए की अभिषेक अग्रवाल के बारे मे आज आपको क्यों बता रहे है...

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पूर्व SSP की पैरवी के लिए रची बड़ी साजिश
दरअसल, अभिषेक अग्रवाल को साइबर सेल की टीम ने गिरफ्तार किया, चुपके से कोर्ट मे पेश किया और फिर जेल भी भेज दिया गया। क्योंकि इस शख्स ने पुलिस महकमे मे ऐसी सनसनी मचाई है कि बड़े बड़े अधिकारी भी अपना चेहरा बचा रहे है। अभिषेक अग्रवाल ने गया के पूर्व एसएसपी आदित्य कुमार की पैरवी के लिए एक बड़ी साजिश रची। इस साजिश के तहत खुद अभिषेक अग्रवाल ने पटना हाईकोर्ट के एक सीनियर जज की फेक आईडी बनाई और फिर जज बनकर आदित्य कुमार के केस को जल्द खत्म करने का दबाव डीजीपी पर बनाया। अब बड़े साहब इतना डर गए कि आनन फानन में छुट्टी पर दूसरे राज्य में गए और जांच रिपोर्ट मे मिस्टेक ऑफ फैक्ट बताते हुए रिपोर्ट कोर्ट मे जमा कराया। पूर्व एसएसपी आदित्य कुमार को इस मामले मे क्लीन चीट दे दिया गया। लेकिन इस मामले में मुख्यमंत्री सचिवालय की नजर पड़ी और मामले की जांच ईओयू और साइबर सेल को दी गई। ईओयू की टीम ने अभिषेक को धर दबोचा। कई सिम कार्ड और मोबाईल फोन मिले है।

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दिल्ली पुलिस ने भी भेजा था जेल
जांच में सामने आया है कि इन्ही नंबरों से कॉल किया गया था। यह भी पता चला है कि अभिषेक के ऊपर पूर्व में भी ऐसे मामले दर्ज है। दिल्ली पुलिस ने भी इसे जेल भेजा था। इसके अलावा पटना में भी इसके कई कारनामे हैं, लेकिन इसके हाई प्रोफाइल लोगो सें "खास दोस्ती" हर बार इसे बचाती रही। फिलहाल अभिषेक को जेल भेज दिया गया है।

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आईपीएस अफसर को मिली क्लीनचिट
वहीं जिस आईपीएस अफसर को बचाने के लिए यह नटवरलाल फोन करता था उसे क्लीनचिट मिल गई है। उस आईपीएस अफसर के खिलाफ शराब के एक मामले में थाने में केस दर्ज हुआ था। हालांकि सवालों के घेरे मे तो बड़े हाकिम भी है। अब देखना है यह होगा कि जांच कितना आगे जाती है।


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Ramanjot

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