बिहार पुलिस में बड़ा बदलाव! जल्द तैयार होंगे 52 नए थाने, 2000 से ज्यादा बैरक और 575 आवासीय यूनिट
Monday, Aug 04, 2025-05:30 PM (IST)

पटना:बिहार में पुलिस व्यवस्था को और अधिक सशक्त करने और आधुनिक पुलिसिंग को सुविधाजनक बनाने की दिशा में बड़ा काम शुरू हो गया है। बिहार सरकार की ओर से पुलिस बल की संख्या बढ़ने के साथ उन्हें बेहतर सुविधाएं और हाईटेक इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने की कवायद तेज हो गई है।
इसी क्रम में राज्यभर में 52 नए खास थाना, जिनमें 44 आदर्श थाना, 5 यातायात थाना, 2 नदी थाना और 1 रेल थाना शामिल हैं। जिसका निर्माण जल्द शुरू होने वाला है। यह निर्माण काम बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम लिमिटेड की ओर से कराया जा रहा है। इसके लिए जमीन के चयन का काम लगभग अंतिम चरण में है।
हर जिले में होंगे आदर्श थाना, हर विभाग को मिलेगा आधुनिक ऑफिस
बिहार में सभी 38 जिलों में 44 आदर्श थाना बनाए जाएंगे, ताकि थानों में कार्यरत पुलिस बल को हाईटेक ऑफिस और डिजिटल सुविधा उपलब्ध कराई जा सके। इन थानों में मॉडर्न वेटिंग हॉल, महिला हेल्प डेस्क जैसी सुविधाएं होंगी। निगम की योजना में अग्निशमन, गृह रक्षा वाहिनी, फॉरेंसिक, पुलिस लाइन, वायरलेस सिस्टम जैसे कई विभागों के लिए अलग-अलग इकाइयों का निर्माण कराया जाएगा।
इन जिलों में हो रहा खास निर्माण
पटना के बिहटा में बिहार अग्नि प्रशिक्षण अकादमी बनाया जा रहा है। यहां फायर रेस्क्यू टॉवर, इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग टॉवर, मॉडल ट्रेनिंग फायर स्टेशन और विज़िटर गैलरी बनाई जाएगी। नवादा और नवगछिया नए एसपी ऑफिस और आवासीय भवन का निर्माण कराया जाएगा। वहीं, गयाजी और पकरीबरावां में एसडीपीओ के आवासीय भवन का निर्माण कराया जा रहा है। इसके अलावा बिहार के 21 जिलों में जिला अभियोजन कार्यालय और 9 जिलों में ये कार्य अंतिम चरण में है।
प्रशिक्षण और समन्वय में होगा बदलाव
बिहार सरकार पुलिसिंग को प्रभावी बनाने के लिए 7 क्षेत्रीय कार्यालय बेतिया, गया, दरभंगा, बेगूसराय, सारण, रोहतास, भागलपुर में बन रही है। इसके अलावा बिहार पुलिस को मजबूती देने के लिए विशेष इकाइ भी तैयार की जा रही है। यहां CID, STF, EOU, मद्य निषेध जैसी प्रमुख शाखाएं भी होंगी। जो एक ही परिसर में कार्य करेंगी। बिहार पुलिस के अधिकारियों की मानें तो इससे समन्वय बेहतर होगा और कार्यक्षमता में बढ़ोतरी होगी।
ऐसी होगी नए थानों और आवासों की तस्वीर
बिहार सरकार की ओर से 213 थाना भवनों का भी निर्माण कराया जा रहा है। इनमें मॉडल थाना, नक्सल थाना, महिला थाना, SC-ST थाना शामिल हैं। जिसका निर्माण भी अंतिम चरण में है। इसके अलावा 575 आवासीय यूनिट और 30 हजार से अधिक सिपाहियों के लिए बैरक तैयार कराए जा रहे हैं। ये बैरक सभी आधुनिक सुविधाओं के से लैस होंगे। वहीं, 78 थानों में आगंतुक कक्ष का भी निर्माण कार्य जारी है। किउल में रेल एसपी के लिए जी+3 संयुक्त भवन और मधेपुरा-गया में वायरलेस भवन भी निर्माणाधीन है।
पुलिस विभाग के तेजी से होते आधुनिकीकरण को देखते हुए हाई क्वालिटी इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जा रहा है। हर परियोजना पर सख्त मॉनिटरिंग हो रही है और इसलिए इस वर्ष बजट में भी रिकॉर्ड बढ़ोतरी की गई है।"
— आलोक राज, डीजी सह अध्यक्ष, बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम
क्यों है ये खबर अहम?
बिहार पुलिस के इतिहास में यह संरचनात्मक विस्तार काफी अहम माना जा रहा है। इसे पुलिस आधुनिकीकरण की सबसे बड़ी पहल के रूप में देखा जा रहा है। भवनों के इस निर्माण न केवल पुलिस बल को बेहतर कामकाजी माहौल मिलेगा बल्कि कानून-व्यवस्था को संभालने में भी तेज़ी आएगी।