जमुई में सोने के भंडार की मौजूदगी का पता लगाने के लिए विस्तृत अन्वेषण करेगी बिहार सरकार

Monday, Jul 03, 2023-01:21 PM (IST)

पटना: बिहार में नौ खनिज ब्लॉक की नीलामी की अनुमति देने के फैसले के कुछ दिनों बाद, राज्य सरकार के खान एवं भूतत्व विभाग ने भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआई) से जमुई जिले के सोनो क्षेत्र में सोने के भंडार की मौजूदगी का पता लगाने के लिए विस्तृत अन्वेषण करने को कहा है। 

GSI से विस्तृत अन्वेषण करने का अनुरोध 
बिहार के खान एवं भूतत्व विभाग ने इसके अलावा सक्षम प्राधिकारी से भागलपुर जिले के बटेसरथान-कासरी-जगन्नाथपुर क्षेत्र में अधिक कोयला वाले क्षेत्रों की पहचान करने के लिए अन्वेषण कार्य को और आगे बढ़ाने के लिए भी कहा है। बिहार के खान एवं भूतत्व विभाग के निदेशक मोहम्मद नैयर इकबाल ने रविवार को बताया, ‘‘जमुई जिले के सोनो क्षेत्र में सोने के भंडार की उपस्थिति के लिए ड्रिलिंग और अन्वेषण करने से पहले भू-भौतिकीय कार्य पूरा किया जाना है। सोनो में सोने के भंडार की मौजूदगी का पता लगाने के लिए ‘जी-4 चरण' की खोज आवश्यक है।'' विभाग ने जीएसआई से इस संबंध में विस्तृत अन्वेषण करने का अनुरोध किया है। क्षेत्र में सोने के भंडार का पता लगाने के लिए काम में तेजी लाने की जरूरत है। 

चार चरण होती है खनिज भंडार की खोज
अधिकारियों ने बताया कि किसी भी खनिज भंडार की खोज के चार चरण होते हैं। इन चरणों में टोही सर्वेक्षण (जी-4), प्रारंभिक अन्वेषण (जी-3), सामान्य अन्वेषण (जी-2) और विस्तृत अन्वेषण (जी-1) शामिल है। इकबाल ने कहा, ‘‘जहां तक कोयला ब्लॉक की खोज का सवाल है तो इससे पहले जीएसआई ने भागलपुर जिले के बटेसरथान-कासरी-जगन्नाथपुर क्षेत्र में ‘फायरक्ले' के लिए जी-3 की खोज की थी और लगभग गहराई में कोयले के पैच के साथ ‘कार्बोनेसियस शेल' की उपस्थिति की सूचना दी थी। यह क्षेत्र मंदार पर्वत ब्लॉक के उत्तर में पड़ता है, जहां केंद्रीय खान योजना और डिजाइन संस्थान (सीएमपीडीआई) ने कोयला ब्लॉक का एक भंडार स्थापित किया है। खान एवं भूतत्व विभाग ने सक्षम प्राधिकारी से भागलपुर क्षेत्र में अधिक कोयला वाले क्षेत्रों की पहचान करने के लिए अन्वेषण कार्य को और आगे बढ़ाने के लिए कहा है।'' 


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Ramanjot

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