Bihar Election 2025 : जानिए 3 बड़े फैक्टर जो तय करेंगे कि कौन बनेगा बिहार का अगला मुख्यमंत्री

Friday, Nov 07, 2025-01:49 PM (IST)

Bihar Election 2025 : बिहार में विधानसभा चुनाव के पहले चरण (Bihar Election Phase 1 Voting) में 121 सीटों पर लगभग 65 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया, जो राज्य के चुनावी इतिहास में अब तक का सबसे अधिक मतदान प्रतिशत है। रिकॉर्ड वोटिंग के बाद भाजपा, राजद, कांग्रेस और जनसुराज अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे हैं। इन दावों के बीच तीन ऐसे फैक्टर हैं जो यह तय करेंगे कि बिहार का अगला मुख्यमंत्री कौन (Bihar Next CM) बनेगा। 

दरअसल, पहले चरण में हुए इस ऐतिहासिक मतदान ने लगभग 20 वर्षों से सत्ता पर काबिज राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) और विपक्षी ‘इंडिया' गठबंधन के बीच ‘सुशासन बनाम सबको नौकरी' की जंग को निर्णायक मोड़ पर ला दिया है। 

तीन फैक्टर जो तय करेंगे कि कौन बनेगा बिहार का अगला मुख्यमंत्री ?
 

1. SIR के बाद निष्क्रिय वोटर के हटने से वोटर टर्नआउट में इजाफा

2025 के विधानसभा चुनाव में पहले चरण की सभी सीटों पर 2020 की तुलना में दो से पांच फीसद वोटिंग बढ़ी है। ऐसा कहा जा सकता है कि स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) के बाद निष्क्रिय वोटर के हटने से वोटर टर्नआउट में इजाफा हुआ है। बता दें कि SIR का डेटा इसी साल सितंबर के अंत में जारी किया था जिसके मुताबिक बिहार में कुल 7.42 करोड़ मतदाता हैं। चुनाव आयोग के मुताबिक, 24 जून 2025 को बिहार में 7.89 करोड़ मतदाता थे। जब 30 सितंबर को SIR की अंतिम सूची जारी की गई तो SIR में हटाए गए कुल मतदाताओं की आधिकारिक संख्या 68.66 लाख है। वहीं अगर नए जोड़े गए मतदाताओं (21.53 लाख) को भी हटा दें तो भी वोटर लिस्ट से हटाए गए कुल मतदाताओं की संख्या 47.13 लाख होती है। ऐसे में SIR के कारण हटाए गए वोटर्स की बात की जाए तो 2020 की तुलना में बिहार में करीब 9.25 फीसद वोटर्स कम हो गए। हालांकि, अगर जोड़े गए 21.53 लाख नए वोटर्स को इसमें शामिल करें, तो 2020 की तुलना में 2025 में बिहार में 6.35% वोटर्स कम हैं। हालांकि यह स्पष्ट नहीं कहा जा सकता है कि SIR में हटाए गए वोटर्स से बिहार चुनाव पर क्या प्रभाव पड़ेगा। 
 

2. महिला वोटर किसको समर्थन देंगी  

NDA और महागठबंधन ने चुनाव से पहले महिलाओं से जुड़े कई वादे किए हैं। तेजस्वी ने महिलाओं को हर साल 30 हजार रुपए देने का वादा किया है तो वही दूसरी तरफ नीतीश सरकार ने चुनाव से पहले ही महिला रोजगार योजना के तहत 1.21 करोड़ महिलाओं के खाते में 10-10 हजार रुपए की पहली किस्त ट्रंस्फर की। ऐसे में माना जा रहा है कि बिहार में अगली सरकार बनने के फैसले में महिलाओं का भी बड़ा योगदान हो सकता है। हालांकि इस बार रोजगार का मुद्दा भी सबसे बड़ा है। तेजस्वी बेरोजगारी और महंगाई जैसे मुद्दों के साथ जनता को आकर्षित करने की कोशिश में हैं। 
 

3. 21 लाख से ज्यादा वोटर जोड़े गए.. वो किसको वोट देंगे

इस बार विधानसभा चुनाव के नतीजे इस बात पर भी निर्भर करते हैं कि SIR के बाद जो नए वोटर्स जोड़े गए हैं, वो किसको वोट देंगे। चुनाव आयोग की ओर से जारी आधिकारिक आंकड़े के मुताबिक, करीब 69 लाख मतदाताओं के नाम हटाए गए हैं, जबकि 21 लाख नए मतदाताओं को सूची में जोड़ा गया है। इसके बाद राज्य में मतदाताओं की कुल संख्या लगभग 7 करोड़ 42 लाख हो गई है, जो ड्राफ्ट लिस्ट की तुलना में करीब 18 लाख अधिक है।


 


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Content Writer

Ramanjot

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