बिहार उपचुनावः आज गोपालगंज में चुनावी रैली को संबोधित करेंगे तेजस्वी, नीतीश नहीं करेंगे प्रचार
Friday, Oct 28, 2022-10:17 AM (IST)

पटनाः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को कहा कि दो विधानसभा क्षेत्रों में हो रहे उपचुनाव के लिए वह प्रचार नहीं कर पाएंगे। इन दोनों सीटों पर उनके मौजूदा सहयोगी राजद का पूर्व गठबंधन सहयोगी भाजपा के साथ सीधा मुकाबला है। हाल ही में गंगा नदी पर पुल के एक खंभे से अपनी स्टीमर के टकराने के बाद कुमार चोटिल हो गए थे।
मेरी पार्टी के सभी सहयोगी प्रचार कर रहेः नीतीश
पत्रकारों द्वारा पूछे जाने पर नीतीश कुमार ने कहा, ‘‘मेरी पार्टी के सभी सहयोगी प्रचार कर रहे हैं। जब तक मैं पूरी तरह से ठीक नहीं हो जाता, तब तक मुझे सावधानी बरतने की जरूरत है।'' मोकामा और गोपालगंज विधानसभा क्षेत्रों में तीन नवंबर को उपचुनाव हैं। जदयू नेता कुमार ने पिछले दिन अपनी चोट के बारे में खुलासा किया था। अटकलें लगाई जा रही हैं कि राजद उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित करने के लिए नीतीश प्रचार अभियान में शामिल होंगे। राजद मोकामा सीट को अपने पास बरकरार रखना चाह रहा है जबकि गोपालगंज को भाजपा से छीनना चाह रहा है। इस बीच भाजपा ने एक बयान जारी कर आरोप लगाया कि नीतीश सत्ताधारी महागठबंधन में ‘‘असहज'' महसूस कर रहे हैं इसलिए उन्होंने ‘‘चतुराई से'' बहाना कर लिया है।
गोपालगंज में चुनावी रैली को संबोधित करेंगे तेजस्वी
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा, ‘‘वह मंदिर जा सकते हैं। वह सरकारी कार्यक्रमों में शामिल हो सकते हैं तो वह अपने पुराने विश्वासपात्र अनंत सिंह की पत्नी के लिए प्रचार क्यों नहीं कर सकते हैं।'' मोकामा विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव राजद विधायक अनंत सिंह को अयोग्य ठहराए जाने के कारण कराया जा रहा है। अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी को राजद ने मैदान में उतारा है। राजद के राज्य मुख्यालय के अनुसार वरिष्ठ नेता एवं उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव शुक्रवार को एक चुनावी रैली को संबोधित करने के लिए गोपालगंज में होंगे। गोपालगंज सीट पर उपचुनाव चार बार के भाजपा विधायक रहे सुभाष सिंह के निधन के कारण आवश्यक हो गया है जिनकी पत्नी कुसुम देवी पार्टी के उम्मीदवार के रूप में मैदान में हैं। गोपालगंज राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद और उनकी पत्नी राबड़ी देवी का पैतृक जिला है।
राजद ने वैश्य समुदाय से ताल्लुक रखने वाले मोहन प्रकाश गुप्ता को चुनाव मैदान में उतारा है। राबड़ी देवी के भाई साधु यादव ने इसबार अपनी पत्नी इंदिरा यादव को चुनावी मैदान में उतारा है। उन्होंने 2000 में राजद के लिए सीट जीती थी और 2020 में बसपा के प्रत्याशी के तौर पर दूसरे नंबर पर रहे थे। साधु यादव की अपनी बहन के साथ लंबे समय से अनबन चल रही है। एक आईएएस अधिकारी के साथ दुर्व्यवहार के मामले में इस साल की शुरुआत में एक अदालत द्वारा दोषी ठहराए जाने पर उन्हें चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य घोषित कर दिया गया था।