शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव ने सभी DEO को लिखा लेटर, बोले-हर हाल में करना होगा ये सब....

Tuesday, Jul 16, 2024-10:31 PM (IST)

Patna news: शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ ने बिहार के सभी जिला पदाधिकारी को लेटर जारी किया है। उन्होंने लिखा है कि शैक्षणिक सत्र 2024-25 में वर्ग 01 से 12 तक संचालित सभी सरकारी विद्यालयों में बच्चों का शत-प्रतिशत नामांकन सुनिश्चित करने के उदेश्य से "प्रवेशोत्सव विशेष नामांकन अभियान" का संचालन 1 अप्रैल से 30 जून, 2024 तक किया गया था। जिलों से प्राप्त नामांकन के ऑकड़ों की समीक्षा के क्रम में पाया गया कि राज्य में वर्ग 1 से वर्ग 12 तक के बच्चों के नामांकन की संख्या विगत तीन वर्षों में कम हुई है। इसके कारण राज्य के सकल नामांकन अनुपात (Gross Enrolment Ratio) पर प्रभाव पड़ा है।

इस संबंध में सभी सरकारी एवं निजी विद्यालयों में शत् प्रतिशत बच्चों का नामांकन सुनिश्चित करने के उदेश्य से जिला स्तर पर निम्न कार्यों का सम्पादन किया जाय।
1- सभी विद्यालय स्तर पर एक सप्ताह तक "प्रवेशोत्सव विशेष नामांकन अभियान" का मॉप अप (Mop-Up) अभियान चलाया जाय।
2- प्रत्येक विद्यालय से संबद्ध शिक्षा सेवक एवं शिक्षा सेवक (तालिमी मरकज) का यह दायित्व है कि वे सबंधित टोले के महादलित, दलित एवं अल्पसंख्यक अतिपिछडा वर्ग के 06-14 आयु वर्ग के बच्चों का नामांकन विद्यालय में सुनिश्चित करायें। इस अभियान को सफल बनाने के लिए यह आवश्यक होगा कि विद्यालय स्तर पर शिक्षा सेवक एवं शिक्षा सेवक (तालिमी मरकज) विद्यालय के पोषक क्षेत्र में सघन रूप से भ्रमण कर विद्यालय में बच्चों के नामांकन की गृहवार सत्यापन कर यह सुनिश्चित करेंगें कि कोई भी बच्चा विद्यालय में अनामांकित नही रहे।
3- शिक्षा सेवक एवं शिक्षा सेवक (तालिमी मरकज) के द्वारा किये जा रहे बच्चों के नामांकन के गृहवार सत्यापन कार्य में विद्यालय के प्रधानाध्यापक, पोषक क्षेत्र में अवस्थित आंगनबाड़ी की सेविका, जीविका दीदी, विकास मित्र, मुखिया, वार्ड सदस्य, संरपच एवं पंच का सहयोग लिया जाय।
4- इस अभियान में 06 से 18 वर्ष के सभी बच्चों का नामांकन सुनिश्चित करने के उपरान्त सभी शिक्षा सेवक, शिक्षा सेवक (तालिमी मरकज), वार्ड सदस्य, विकास मित्र, आंगनबाड़ी सेविका, ग्राम पंचायत, मुखिया एवं विद्यालयों के प्रधानाध्यापक इस आशय का प्रमाण पत्र देंगें कि उनके विद्यालय के पोषक क्षेत्र में कोई भी बच्चा विद्यालय में अनामांकित नहीं है। 

वर्तमान शैक्षणिक सत्र 2024-25 में राज्य के सरकारी/निजी विद्यालयों में नामांकित सभी बच्चों से संबंधित ऑकड़ों की प्रविष्टि e-Shikshakosh पर उनके आधार संख्या सीडिंग के साथ की जा रही है। इसका मुख्य उद्देश्य विद्यालयों में फर्जी एवं दोहरा नामांकन को रोकना है। आधार संख्या उपलब्ध होने पर वास्तविक नामांकित बच्चे को ही सरकार के स्तर से संचालित योजनाओं का DBT (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से लाभ प्राप्त कर सकेंगे। जिलों से प्राप्त प्रतिवेदन के अनुसार राज्य के e-Shikshakosh में आधारित बच्चों के नामों की प्रविष्टि का प्रगति संतोषजनक नहीं है। इस संदर्भ में यह आवश्यक होगा कि-

1. विद्यालयों में सभी बच्चों (आधार संख्या सहित / आधार संख्या रहित) का नामांकन सुनिश्चित किया जाय।

2. वैसे बच्चों को चिह्नित किया जाय, जिनका अभी तक आधार कार्ड नही बनवाया जा सका है।

3. विद्यालय स्तर पर कैम्प लगाकर सरकारी अथवा निजी विद्यालयों में नामांकित सभी बच्चों का आधार कार्ड बनवाना निर्धारित समय सीमा के अंदर सुनिश्चित कराया जाय।

4. संबंधित प्रखण्डों के प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी, प्रखण्ड साधन सेवी, बी०पी०एम की यह जिम्मेवारी होगी कि वे अपने प्रखण्ड के सभी सरकारी एवं निजी विद्यालयों, सभी कोचिंग संस्थान में शिक्षा प्राप्त कर रहे बच्चों से संबंधित ऑकड़ों की प्रविष्टि e-Shikshakosh पर सुनिश्चित करेंगे।

अतः अनुरोध है कि राज्य के सभी जिलों में अभियान चलाकर 06 से 18 आयु वर्ग के शत-प्रतिशत बच्चों के आधार कार्ड बनवाने के साथ ही अपने जिला के सभी सरकारी/ निजी विद्यालयों में नामांकन एवं सभी विद्यालयों में नामंकित बच्चों से संबंधित ऑकड़ों की प्रविष्टि e-Shikshakosh पर सुनिश्चित कराया जाय।


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Content Editor

Mamta Yadav

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