Tarari Assembly Seat: तरारी विधानसभा सीट के पिछले नतीजे II Bihar Election 2020

10/12/2020 1:36:38 PM

 

आराः बिहार का तरारी विधानसभा सीट (Tarari Assembly Seat) आरा लोकसभा के तहत आता है। 1951 में तरारी विधानसभा सीट अस्तित्व में आया था। उस वक्त इस सीट को तरारी कम पीरो कहा जाता था, लेकिन साल 2010 में पीरो सीट का नामकरण तरारी किया गया था।

1951 में सोशलिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया के कैंडिडेट देवीदयाल राम ने विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में जीत हासिल की थी। वहीं 1957 में तरारी सीट से होने वाले विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में कांग्रेसी कैंडिडेट सुमित्रा देवी ने जीत हासिल की थी। 1962 में तरारी विधानसभा सीट से कांग्रेसी कैंडिडेट इंद्रमणि सिंह ने जनता का भरोसा हासिल करने में कामयाबी हासिल कर ली थी। 1967 के चुनाव में तरारी सीट से सोशलिस्ट पार्टी से आर एम राय ने जीत हासिल की थी। वहीं 1969 में तरारी सीट पर सोशलिस्ट पार्टी के कैंडिडेट राम इकबाल सिंह वारसी ने विरोधियों को मात दे दी थी। 1972 में तरारी सीट पर हुए विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में कांग्रेस के कैंडिडेट जय नारायण ने जीत हासिल की थी।

वहीं 1977 में इस सीट पर जनता पार्टी ने रघुपति गोप ने विरोधियों को मात देने में कामयाबी हासिल की थी। 1980 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में कांग्रेसी कैंडिडेट मुन्नी सिंह ने जनता पार्टी से तरारी सीट छीन लिया था। 1985 के चुनाव में यहां से लोक दल की टिकट पर रघुपति गोप ने विरोधियों को चारों खाने चित कर दिया था तो 1990 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में तरारी सीट से इंडियन पीपुल्स फ्रंट के कैंडिडेट चंद्रदीप सिंह ने जीत हासिल किया था। वहीं 1995 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में जनता दल के कैंडिडेट कांति सिंह ने तरारी सीट से जीत हासिल कर लिया था। 2000, 2005 और 2010 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में तरारी सीट से नीतीश कुमार की समता पार्टी और जेडीयू (JDU) के कैंडिडेट सुनील पांडे ने जीत हासिल किया था। वहीं 2015 के विधानसभा चुनाव में तरारी सीट से सीपीआई एमएल एल CPI(ML)L के कैंडिडेट सुदामा प्रसाद ने जीत हासिल की थी।

विधानसभा चुनाव 2015 के नतीजे
अगर आंकड़ों के हिसाब से बात करें तो साल 2015 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में तरारी सीट से सीपीआई एमएल एल CPI(ML)L के कैंडिडेट सुदामा प्रसाद ने जीत हासिल की थी। सुदामा प्रसाद ने चुनाव में 44 हजार 50 वोट हासिल किया था। वहीं एलजेपी (LJP) की कैंडिडेट गीता पांडे को 43 हजार 778 वोट ही मिल पाया था। इस तरह से सुदामा प्रसाद ने गीता पांडे को महज 272 वोट के अंतर से हरा दिया था। वहीं कांग्रेस (Congress) पार्टी के कैंडिडेट अखिलेश प्रसाद सिंह, 40 हजार 957 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे थे।
PunjabKesari
विधानसभा चुनाव 2010 के नतीजे
अगर आंकड़ों के हिसाब से बात करें तो साल 2010 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में तरारी सीट पर जेडीयू (JDU) कैंडिडेट सुनील पांडे ने जीत हासिल की थी। सुनील पांडे ने 48 हजार 413 वोट हासिल किया था। वहीं आरजेडी (RJD) कैंडिडेट आबिद रिजवी ने 34 हजार 93 वोट हासिल किया था। इस तरह से जेडीयू (JDU) कैंडिडेट सुनील पांडे ने आरजेडी (RJD) कैंडिडेट आबिद रिजवी को 14 हजार 320 वोट से हरा दिया था। वहीं सीपीआई एमएल एल CPI(ML)L के कैंडिडेट कामता प्रसाद सिंह, 30 हजार 111 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे थे।
PunjabKesari
2020 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में यहां महागठबंधन (Mahagathbandhan) और एनडीए (NDA) के बीच कड़ा मुकाबला होगा। साथ ही कई दलों के गठबंधन भी अपनी ताकत दिखाएंगे। ऐसे में जीत उसी पार्टी के कैंडिडेट को मिलेगी जिस पर जनता ज्यादा से ज्यादा भरोसा करेगी।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Nitika

Recommended News

Related News

static