Bihar By-Election:प्रशांत किशोर ने उतारे 2 और उम्मीदवार, बेलागंज से प्रो. खिलाफत हुसैन लड़ेंगे चुनाव

Saturday, Oct 19, 2024-02:31 PM (IST)

गया: प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज ने बिहार विधानसभा की इमामगंज और बेलागंज सीट पर 13 नवंबर को होने वाले उपचुनाव के लिए एक चिकित्सक और एक शिक्षाविद को अपना उम्मीदवार बनाने की शनिवार को घोषणा की। जन सुराज ने अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित इमामगंज सीट से पेशे से बाल चिकित्सक एवं समाजसेवी जितेंद्र पासवान को मैदान में उतारा है, जबकि बेलागंज सीट से शिक्षाविद खिलाफत हुसैन को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। इन दो सीट पर उम्मीदवारों की घोषणा गया में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में की गई, जिनमें किशोर और पार्टी के अन्य नेताओं ने हिस्सा लिया।

23 नवंबर को होगी मतों की गिनती
दोनों सीट गया जिले के अंतर्गत आते हैं। इन दो सीट पर उपचुनाव अनिवार्य हो गया था, क्योंकि इमामगंज से निर्वाचित हुए जीतन राम मांझी और बेलागंज से निर्वाचित सुरेंद्र प्रसाद यादव ने लोकसभा के लिए निर्वाचित होने के बाद इन सीट से इस्तीफा दे दिया था। पार्टी सूत्रों ने बताया कि हुसैन की उम्मीदवारी का पार्टी में प्रतिवाद हुआ, क्योंकि इस सीट से टिकट के आकांक्षी कुछ नेताओं के समर्थकों ने शुक्रवार रात जन सुराज की बैठक में हंगामा किया। बिहार विधानसभा की दो अन्य सीट रामगढ़ और तरारी के लिए भी 13 नवंबर को मतदान होगा और मतों की गिनती 23 नवंबर को होगी। जन सुराज ने 16 अक्टूबर को तरारी से पूर्व सेना उपाध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल कृष्णा सिंह को अपना उम्मीदवार घोषित किया था। प्रशांत किशोर ने दोनों उम्मीदवारों का परिचय देते हुए कहा कि प्रोफेसर खिलाफत हुसैन मिर्जा गालिब कॉलेज में गणित विभाग के HOD रह चुके हैं। जबकि डॉ. जितेंद्र पासवान ने अपने पेशे के जरिए हमेशा इमामगंज की जनता का न्यूनतम शुल्क पर इलाज कर उनकी सेवा की है।

'जन सुराज मजबूत लोगों को नहीं चुनता, बल्कि....'
इसके साथ ही प्रशांत किशोर ने जन सुराज के उम्मीदवार के चयन प्रक्रिया की जानकारी देते हुए कहा कि जन सुराज मजबूत लोगों को नहीं चुनता, जन सुराज सही लोगों का चयन करता है। जन सुराज योग्यता के साथ-साथ स्वच्छ छवि वाले, जनता के बीच रहे और बिहार को बेहतर बनाने का संकल्प रखने वाले लोगों को अपना उम्मीदवार बनाता है। उम्मीदवार का चयन अन्य पार्टियों की तरह पैसे लेकर या पटना के एक कमरे में बैठकर नहीं किया जाता और न ही पारिवारिक पार्टियों की तरह सिर्फ नेताओं के बच्चों को मौका दिया जाएगा।


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Content Editor

Swati Sharma

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