पटना-गया-डोभी फोरलेन: बिहार को जल्द मिलेगी शानदार कनेक्टिविटी की सौगात

Tuesday, Mar 11, 2025-09:38 PM (IST)

पटना: बिहार की बहुप्रतीक्षित पटना-गया-डोभी फोरलेन परियोजना अब पूरी होने के कगार पर है। इस परियोजना के तहत 99.67% कार्य पूरा हो चुका है, और जल्द ही इसे आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा। यह आधुनिक चार लेन राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-22) राजधानी पटना से नाथूपुर, जहानाबाद होते हुए गया के डोभी तक जाएगा, जिससे बिहार और झारखंड के बीच सड़क संपर्क को और मजबूती मिलेगी।

आधा हो जाएगा पटना-गया का सफर, पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा

इस फोरलेन हाईवे के बन जाने से पटना से गया तक की यात्रा केवल डेढ़ घंटे में पूरी की जा सकेगी। जहानाबाद और गया जाने वाले यात्रियों को अब संकरी और जर्जर सड़कों से जूझना नहीं पड़ेगा। इसके अलावा, झारखंड के लिए भी कनेक्टिविटी आसान होगी, जिससे व्यापार और पर्यटन को भी नया जीवन मिलेगा। बोधगया आने वाले अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को इस हाईवे का सीधा लाभ मिलेगा, जिससे बिहार के धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन को भी नई गति मिलेगी।

127 किमी लंबी परियोजना, सिर्फ 3 आरओबी पर बचा काम

कुल 127.217 किमी लंबी इस परियोजना में से 126.80 किमी का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। केवल तीन रेलवे ओवरब्रिज (ROB) के दो लेन का कार्य शेष है, जबकि इन ओवरब्रिजों पर दो लेन की सुविधा पहले से ही चालू कर दी गई है। इसका मतलब है कि परियोजना का प्रमुख हिस्सा अब पूरी तरह तैयार है और जल्द ही शत-प्रतिशत कार्य पूरा कर इसे जनता को समर्पित कर दिया जाएगा।

तीन चरणों में पूरा हो रहा है निर्माण कार्य

पटना-गया-डोभी फोरलेन परियोजना को तीन पैकेजों में विभाजित किया गया है—

  • पैकेज-1: 0 किमी से 39 किमी तक का कार्य, जो पहले ही पूरा हो चुका है।
  • पैकेज-2: 39 किमी से 83 किमी तक का कार्य, जो अंतिम चरण में है।
  • पैकेज-3: 83 किमी से 127 किमी तक का कार्य, जो लगभग पूरा हो चुका है।

बिहार के 3 जिलों से गुजरेगा हाईवे, 1910 करोड़ की लागत से बना आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर

पटना, जहानाबाद और गया जिलों से गुजरने वाले इस 127 किमी लंबे हाईवे के निर्माण पर कुल ₹1910.83 करोड़ की लागत आई है। परियोजना के तहत 05 रेलवे ओवरब्रिज (ROB), 20 अंडरपास, 04 फ्लाइओवर और 08 बाइपास का निर्माण भी किया गया है, जिससे यात्रियों को बिना रुकावट के सुगम यात्रा का अनुभव मिलेगा।

बिहार को मिलेगा एक और हाई-स्पीड एक्सप्रेसवे

बिहार सरकार और केंद्र सरकार की इस मेगा इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजना का मकसद न केवल सड़क यातायात को सुगम बनाना है, बल्कि व्यापार, उद्योग और पर्यटन को भी नया आयाम देना है। यह सड़क बिहार को देश के अन्य हिस्सों से जोड़ने में अहम भूमिका निभाएगी और भविष्य में हाई-स्पीड एक्सप्रेसवे की तर्ज पर विकसित की जा सकती है।


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Content Writer

Ramanjot

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