"कभी सोचा नहीं था कि एक दिन....." पहली बार अपने गृह राज्य बिहार में शूटिंग कर भावुक हुए पंकज त्रिपाठी
Tuesday, May 13, 2025-04:47 PM (IST)

Pankaj Tripathi: बॉलीवुड के जाने-माने अभिनेता पंकज त्रिपाठी (Pankaj Tripathi) पहली बार अपने गृह राज्य बिहार में फिल्म की शूटिंग कर भावुक हो गए हैं। पंकज त्रिपाठी के लिए अपने जड़ों की ओर लौटना हमेशा से एक खास सपना रहा है। और अब, दुनियाभर में अपने शानदार अभिनय से दिल जीतने के बाद, पंकज पहली बार अपने करियर में अपने गृह राज्य बिहार में एक फिल्म की शूटिंग कर रहे हैं।
इस फिल्म का नाम अभी तय नहीं हुआ है। इस फिल्म को‘ओह माय गॉड 2' फेम अमित राय निर्देशित कर रहे हैं। दिलचस्प बात यह है कि पंकज त्रिपाठी और अमित राय दोनों ही बिहार से हैं, और ये पहली बार है जब दोनों एकसाथ अपने गृह राज्य में शूटिंग कर रहे हैं। यह मौका दोनों के लिए बेहद खास और भावुक करने वाला है। बिहार फिल्म निगम के समर्थन से बन रही इस फिल्म में पवन मल्होत्रा, राजेश कुमार और बिहार के कई प्रतिभाशाली कलाकार नजर आएंगे। फिल्म की शूटिंग 35 दिनों तक बिहार की असली लोकेशंस पर की जा रही है, जिससे कहानी को एक सच्ची और गहराई से जुड़ी हुई पृष्ठभूमि मिल रही है।
"ये अनुभव मेरे लिए बेहद खास"
इस खास मौके पर पंकज त्रिपाठी ने भावुक होकर कहा, शब्दों में बयां करना मुश्किल है कि ये पल मेरे लिए क्या मायने रखता है। मेरा सफर बिहार के एक छोटे गांव की गलियों से नुक्कड़ नाटक और थिएटर करते हुए शुरू हुआ था। तब कभी सोचा नहीं था कि एक दिन फिल्म क्रू के साथ उन्हीं गलियों में लौटूंगा। हिंदी सिनेमा में दो दशक से ज्यादा वक्त बिताने के बाद ये पहली बार है जब मैं अपने गृह राज्य में फिल्म की शूटिंग कर रहा हूं। ऐसा लगता है जैसे जिंदगी एक पूरा चक्कर लगाकर वहीं लौट आई है, जहां से शुरुआत हुई थी। हिंदी फिल्मों की शूटिंग बिहार में बहुत कम होती है। आखिरी जो मुझे याद है वो 2003 में मनोज बाजपेयी की‘शूल'थी , तो ये अनुभव मेरे लिए बेहद खास और लंबे समय से बाकी था।
"ये फिल्म सिर्फ एक और प्रोजेक्ट नहीं...'
पंकज त्रिपाठी ने कहा, जब कहानी आपकी मिट्टी से जुड़ी हो, तो उसमें एक अलग ही जादू होता है। यहां हर सीन, हर लोकेशन, हर चेहरे से एक गहरा जुड़ाव महसूस होता है। अमित राय के साथ दोबारा काम करना ,जो खुद भी बिहार से हैं इस प्रोजेक्ट को और भी निजी बना देता है। हम दोनों को यहां की भाषा, भावनाएं और संस्कृति की बारीक समझ है और वो स्क्रीन पर जरूर झलकेगी। ये फिल्म सिर्फ एक और प्रोजेक्ट नहीं है, बल्कि मेरे लिए उस धरती को एक दिल से दी गई श्रद्धांजलि है, जिसने मुझे बनाया।