Bridge Collapsed: JDU MLA ने अपर मुख्य सचिव पर खड़े किए सवाल, कहा- उनकी संवेदनहीनता के कारण घटी घटना

Monday, Jun 05, 2023-05:37 PM (IST)

Bhagalpur Bridge Collapsed: अगुवानी पुल के एक हिस्से का गिरना कोशी क्षेत्र के लाखों लोगों का सपना टूटने के समान है। यह पुल कोशी क्षेत्र के लोगों के लिय वरदान साबित होता लेकिन दुर्भाग्य से विभाग के वरीय पदाधिकारियों और संवेदकों के मिलीभगत से यह अभिशाप बन गया है। उपरोक्त बातें अपने सरकारी आवास पर पत्रकारों को संबोधित करते हुए विधायक डॉ. संजीव कुमार ने कहीं। 

"प्रधान सचिव को दी थी जानकारी"
डॉ. संजीव कुमार ने कहा, "अगुवानी पुल का जो हिस्सा गिरा है उसके सन्दर्भ मैंने विभाग के प्रधान सचिव से मिलकर इसकी जानकारी दी थी। उसके पूर्व भी विधान सभा सत्र में इस पुल से संबंधित प्रश्न को सदन में उठाया था और माननीय उपमुख्यमंत्री से कहा था कि इसकी जांच की जाए और इसमें जो कमी है उसको निकाला जाए, अन्यथा जब यह पुल बनके चालू हो जाएगा तो एक बहुत बड़े हादसे का कारण बनेगा और उस समय उपमुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया था कि इसकी कमी को दूर किया जाएगा और गुणवत्ता का ख्याल रखा जाएगा। अभी जो पुल का पिलर गिरा है उसकी गुणवता की जानकारी प्रधान सचिव को मिलकर दी थी और उनकी संवेदनहीनता के कारण आज यह घटना घटी है और इसके लिए पुल निर्माण से जुड़ी कंपनी और विभाग के वरीय पदाधिकारी जिम्मेदार हैं। 

CM और डिप्टी CM को दिया धन्यावाद
विधायक ने कहा कि अगुवानी पुल के प्रॉजेक्ट मैनेजर आलोक झा, एक्जीक्यूटिव इंजीनियर योगेंद्र कुमार के द्वारा घटिया सामग्री का उपयोग इनके देखरेख में कराया गया, जिसकी जानकारी कंपनी को भी दी गई और इन सभी की अनदेखी से इतनी बड़ी घटना घटी। हम मुख्यमंत्री जी और उप मुख्यमंत्री जी को धन्यवाद देते हैं कि हमारी उच्चस्तरीय जांच की मांग पर अपनी सहमति तुरंत दी। साथ ही इसका कोई आर्थिक नुकसान बिहार सरकार के ऊपर नहीं पड़ेगा और संवेदक को उठाना पड़ेगा लेकिन समय की जो बर्बादी हुई है इसकी भरपाई मुश्किल है। इस पुल के निर्माण के दौरान हादसों और दुर्घटनाओं के कारण दो दर्जन लोगों की जान गई है। यह पुल कंस्ट्रक्शन कंपनी की लापरवाही और अनियमितता कि वजह से आज पुनः बिना वारिश और आंधी के ही गिर गया। 

"दोषी पर हो कड़ी कार्रवाई"
डॉ. संजीव कुमार ने कहा कि इसके लिए जो भी जिम्मेदार हो उसपर कार्रवाई होनी चाहिए और इस पुल के गिरने कि जांच अन्य विभाग के वरीय पदाधिकारी और जज के द्वारा की जाए। साथ ही इस जांच से विभागीय प्रघान सचिव को अलग रखा जाए और जल्द से जल्द दोषी को चिन्हित कर दंडित किया जाए यही हम मांग करते हैं। इस संबंध में जल्द ही आदरणीय मुख्यमंत्री से मिलकर सारी जानकारी से उनको अवगत करूंगा कि तीन माह पूर्व जानकारी देने पर कोई कार्रवाई नहीं हुई और मुझे जो लग रहा था कि पिलर कहीं गिर न जाए वही हुआ। 


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Content Writer

Ramanjot

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