केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के लोकार्पण एवं शिलान्यास कार्यक्रम में शामिल हुये मुख्यमंत्री
Sunday, Mar 30, 2025-06:22 PM (IST)

पटना: केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज सम्राट अशोक कन्वेंशन केन्द्र स्थित बापू सभागार में केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के लोकार्पण एवं शिलान्यास कार्यक्रम का दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं का रिमोट के माध्यम से लोकार्पण एवं शिलान्यास किया।
इस अवसर पर केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कार्यक्रम को संबोधित किया। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा पिछले 20 वर्ष में किये गये कार्यों की प्रशंसा करते हुये कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार आगे बढ़ा है और क्षेत्र में विकास हुआ है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के कार्यक्रम में सभी लोगों का मैं हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन करता हूँ। बड़ी खुशी की बात है कि केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के लोकार्पण एवं शिलान्यास कार्यक्रम में गृह एवं सहकारिता मंत्री, भारत सरकार अमित शाह जी, पधारे हैं। मैं उनका हृदय से अभिनंदन करता हूँ। उन्होंने कहा कि आज के कार्यक्रम में सहकारिता के क्षेत्र में विभिन्न योजनाओं के लाभ का वितरण लाभुकों को किया गया है। साथ ही कई महत्वपूर्ण योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास भी किया गया है, इसके लिए में सभी को बधाई देता हूँ। इस कार्यक्रम में उपस्थित सहकारी समितियों के प्रतिनिधियों का भी मैं हार्दिक स्वागत करता हूँ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2021 में भारत सरकार के द्वारा सहकारिता मंत्रालय के गठन के बाद से ही सहकारी क्षेत्र में काफी तेजी से काम हो रहा है जिससे सहकारिता से जुड़े लोगों को काफी लाभ हो रहा है। मैं इसके लिए गृह एवं सहकारिता मंत्री, भारत सरकार अमित शाह जी को बधाई देता हूँ। उन्होंने कहा कि वर्ष 2024 में वर्तमान केन्द्र सरकार के गठन के पश्चात् प्रस्तुत बजट में विशेष आर्थिक सहायता के रूप में सड़क, उद्योग, स्वास्थ्य, पर्यटन एवं बाढ़ नियंत्रण के लिए प्रावधान किया गया। पुनः वर्ष 2025 में प्रस्तुत केन्द्रीय बजट में मखाना बोर्ड की स्थापना, नये हवाई अड्डों के विकास की घोषणा की गयी है, इससे राज्य का विकास और तेजी से होगा। बहुत खुशी की बात है कि हाल में ही केन्द्रीय कैबिनेट की बैठक में बिहार से जुड़े दो बड़े प्रोजेक्ट कोसी-मेची रिवर लिंक प्रोजेक्ट तथा पटना-आरा-सासाराम फोरलेन कॉरिडोर के प्रस्ताव को स्वीकृति दी गयी है। मैं इसके लिए आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का आभार व्यक्त करता हूँ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार 24 नवम्बर 2005 को बनी थी। पहले की सरकार में बुरा हाल था। पहले लोग शाम के बाद घर से बाहर नहीं निकलते थे। समाज में काफी विवाद होता था, हिन्दू-मुस्लिम झगड़ा होता था। पढ़ाई का क्या हाल था? बहुत कम बच्चे पढ़ते थे, बहुत कम पढ़ाई होती थी। पहले इलाज का पूरा इन्तजाम नहीं था। सड़कें बहुत कम थी और जो थी उनका बुरा हाल था। बिजली बहुत कम जगहों पर थी। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार बनने के बाद हम लगातार विकास के काम में लगे हुए हैं। वर्ष 2006 से ही कब्रिस्तानों की घेराबंदी शुरू की गयी। पहले 8 हजार से ज्यादा कब्रिस्तानों की घेराबंदी की गयी। बाद में 1 हजार 273 कब्रिस्तानों को और चिन्हित किया गया, जिसमें से 746 कब्रिस्तानों की घेराबन्दी पूर्ण है। शेष भी जल्दी पूरा हो जायेगा। अब समाज में कोई झगड़ा झंझट नहीं होता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बेहतर शिक्षा के लिए बड़ी संख्या में स्कूल खोले गये तथा शिक्षकों की बहाली की गयी। स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार किया गया तथा इसके लिए अस्पतालों में दवा और ईलाज की व्यवस्था की गयी। वर्ष 2006 में पंचायती राज संस्थाओं एवं वर्ष 2007 में नगर निकायों में महिलाओं के लिए 50 प्रतिशत आरक्षण से शुरूआत की गयी। अब तक चार बार चुनाव हो चुके हैं इससे महिलाओं की संख्या बढ़ी है। उन्होंने कहा कि पहले बिहार में स्वयं सहायता समूह की संख्या बहुत कम थी। वर्ष 2006 में विश्व बैंक से कर्ज लेकर राज्य में स्वयं सहायता समूह का गठन किया जिसे 'जीविका' नाम दिया और इससे जुड़नेवाली महिलाओं को जीविका दीदी कहा। अब स्वयं सहायता समूह की संख्या 10 लाख 63 हजार हो गयी है जिसमें 'जीविका दीदियों की संख्या 1 करोड़ 35 लाख हो गयी है। हाल में ही शहरी क्षेत्रों में भी स्वयं सहायता समूह का गठन शुरू किया गया है जिससे इनकी संख्या बढ़कर 36 हजार हो गयी है जिसमें लगभग 3 लाख 80 हजार 'जीविका दीदियां हैं। शहरी क्षेत्रों में स्वयं सहायता समूह का गठन लगातार जारी है। जब हमने बिहार में जीविका का गठन किया तो उस समय की कॉग्रेस पार्टी के नेतृत्ववाली केन्द्र सरकार के मंत्री ने यहां के कार्य को देखा और प्रभावित होकर इसे पूरे देश में आजीविका नाम से शुरू कराया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चाहे हिन्दू हों, मुस्लिम हों, अपर कास्ट हों, पिछड़ा हों, अति पिछड़ा हों, दलित हों, महादलित हों सभी के लिए हमलोगों ने काम किया है। हमलोग सभी के लिये काम करते हैं। वर्ष 2005 के बाद से राज्य के विकास के लिये हमलोगों ने जो कार्य किया है उसे आपलोग याद रखें। उन्होंने कहा कि वर्ष 2005 में राज्य का बजट मात्र 30 हजार करोड़ रूपये था। उसके बाद हर वर्ष बजट का आकार लगातार बढ़ा है। इस वर्ष राज्य का बजट बढ़कर 3 लाख 17 हजार करोड़ रूपये हो गया है। श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी ने मुझे बिहार का मुख्यमंत्री बनाया। हम शुरू से भाजपा के साथ मिलकर राज्य का विकास कर रहे हैं और आगे भी मिल जुल कर विकास करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार के विकास में वर्तमान केन्द्र सरकार का पूरा सहयोग मिल रहा है। राज्य सरकार के अपने प्रयासों तथा केन्द्र सरकार के सहयोग से बिहार के विकास कार्यों में और तेजी आयेगी। आज के कार्यक्रम के लिए पुनः केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री, भारत सरकार अमित शाह जी को हृदय से धन्यवाद देता हूँ। आप सब लोग यहां बड़ी संख्या में उपस्थित हुये हैं, सभी का अभिनंदन करता हूँ।
कार्यक्रम के दौरान केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा विभिन्न उत्पादक सहयोग समितियों / संगठन के लाभार्थियों को योजनाओं से संबंधित लाभ का वितरण किया गया।
कार्यक्रम की शुरूआत में केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विभिन्न सहकारी समितियों द्वारा लगाये गये स्टॉलों का निरीक्षण किया।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री को सहकारिता मंत्री डॉ० प्रेम कुमार एवं सहकारिता विभाग के सचिव धर्मेन्द्र सिंह ने हरित पौधा एवं प्रतीक चिन्ह भेंटकर स्वागत किया। कार्यक्रम के दौरान सहकारिता विभाग के कार्यों पर आधारित एक लघु फिल्म प्रस्तुत की गयी। कार्यक्रम को उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा एवं सहकारिता मंत्री डॉ० प्रेम कुमार ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, जल संसाधन सह संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री रेणु कुमारी, पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन, नगर विकास एवं आवास मंत्री जिवेश कुमार, सांसद रविशंकर प्रसाद सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा सहित राज्य सरकार एवं केन्द्र सरकार के वरीय पदाधिकारीगण, विभिन्न सहकारी समितियों/संगठनों के प्रतिनिधिगण एवं उससे जुड़े हुये बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।