"Jharkhand आकर ऐसा लगता है जैसे मैं अपने घर आ गई", सेंट्रल यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में बोलीं राष्ट्रपति

2/29/2024 11:30:24 AM

Ranchi: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू बीते बुधवार को झारखंड आई थी। इस दौरान राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन और सीएम चंपई सोरेन ने बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया। राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन और मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने फूलों का गुलदस्ता देकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का झारखंड की धरती पर स्वागत किया। मुख्य सचिव एल खियांग्ते, झारखंड के पुलिस महानिदेशक अजय कुमार सिंह के साथ-साथ अन्य पुलिस एवं प्रशासनिक पदाधिकारियों ने भी राष्ट्रपति का स्वागत किया। चंपई सोरेन ने फूलों के गुलदस्ता के साथ-साथ एक शॉल भी भेंट किया। एयरपोर्ट पर उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया।

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इसके बाद राष्ट्रपति सेंट्रल यूनिवर्सिटी झारखंड के तीसरे दीक्षांत समारोह में शामिल हुईं। मनातू स्थित विश्वविद्यालय परिसर में उन्होंने पीएचडी की उपाधि और स्वर्ण पदक प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को संबोधित किया और उन्हें बधाई दी। राष्ट्रपति ने कहा कि झारखंड आना उन्हें अपने घर आने की तरह लगता है। उन्होंने कहा कि ऐसा लग रहा है कि जैसे मैं अपने घर आ गई हूं।

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राष्ट्रपति ने कहा कि विश्वविद्यालय से उपाधि लेने वाले और स्वर्ण पदक लेने वाले छात्रों को अपने ज्ञान का उपयोग कौशल निर्माण में करना चाहिए। वे इस कौशल का उपयोग विकसित भारत के निर्माण में करें। देश अब सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास की धारणा पर चल रहा है। इसमें युवाओं की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण है। राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि सेंट्रल यूनिवर्सिटी झारखंड अपने छात्रों को ज्ञान का सार्थक उपयोग करना सीखा रहा है।

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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि झारखंड में 24 प्रतिशत आबादी जनजातीय समाज की है। उनका अपना जुड़ाव भी इस समाज से रहा है। इस समुदाय की होने की वजह से नहीं बल्कि विकास के क्रम में पीछे रह गए इस समाज को आगे लाने की भावना से वो इनकी प्रगति की चाह रखती हैं। इस समाज के पास प्राकृतिक संसाधनों के बेहतर प्रयोग का ज्ञान है। पारंपरिक तरीकों से कैसे विकास किया जा सकता है, इसकी इन्हें जानकारी है। इस समाज को प्रेरणा देकर आगे लाने की जिम्मेदारी हम सबकी है।

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राष्ट्रपति ने कहा कि झारखंड में राज्यपाल रहते हुए उन्हें यहां के सामाजिक जीवन को जानने और उनके लिए काम करने का मौका मिला है। पिछड़े और वंचित वर्ग के लिए काम करने में समाज के सभी वर्गों को जिम्मेदारी निभानी होगी। छात्राओं की उपलब्धि पर गर्व दीक्षा समारोह में पदक विजेताओं में आधी संख्या छात्राओं की है। राष्ट्रपति ने इसे गर्व की बात बताया। उन्होंने कहा कि सदियों से पीछे रही महिला शक्ति को आगे बढ़ते देखने पर खुशी होती है। उन्होंने समाज और देश में समरसता और सबके लिए गरिमा पूर्ण वातावरण को आवश्यक बताया। वहीं, इसके बाद बिरसा मुंडा हवाई अड्डा, रांची में राष्ट्रपति को राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने भावपूर्ण विदाई दी।


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Content Editor

Khushi

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