Hazaribagh Vidhan Sabha: हजारीबाग में बीजेपी के मजबूत गढ़ में क्या सेंध लगा पाएंगे हेमंत सोरेन? Vidhan Sabha Election 2024

Sunday, Oct 13, 2024-04:46 PM (IST)

हजारीबाग: आजादी से पहले राजा बहादुर कामाख्या नारायण सिंह के शासन काल में हजारीबाग पर रामगढ़ राज का हिस्सा था। 1970 में इस इलाके को कैंटोनमेंट एरिया घोषित कर इसे विकसित किया गया। दामोदर नदी की सहायक कोनार नदी इस इलाके से ही होकर गुजरती है। इससे यहां की जमीन उपजाऊ होती है और बड़े पैमाने पर कई फसलों की खेती की जाती है। राजनीतिक तौर से भी हजारीबाग का काफी महत्व रहा है। कांग्रेस और बीजेपी के बीच इस सीट पर कड़ा मुकाबला रहता है। झारखंड गठन के बाद 2005 में हुए पहले चुनाव में कांग्रेस के सौरभ नारायण सिंह ने यहां से जीत हासिल की थी।



वहीं 2009 के चुनाव में सौरभ ने दोबारा हजारीबाग में कांग्रेस का झंडा बुलंद किया, लेकिन 2014 के चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार मनीष जायसवाल ने भारी मतों से जीत हासिल की। 2019 में बीजेपी की टिकट पर मनीष जायसवाल ने ही एक बार फिर जीत हासिल की, लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव में मनीष जायसवाल हजारीबाग सीट से सांसद चुन लिए गए हैं। इसलिए इस विधानसभा चुनाव में हजारीबाग सीट से बीजेपी को नया उम्मीदवार तलाशना होगा।

 

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एक नजर 2019 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
2019 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी कैंडिडेट मनीष जायसवाल ने जीत हासिल की थी। जायसवाल ने एक लाख 6 हजार दो सौ आठ वोट हासिल किया था। वहीं कांग्रेस कैंडिडेट रामचंद्र प्रसाद ने 53 हजार तीन सौ 96 वोट लाकर दूसरे स्थान पर रहे थे तो जेवीएम कैंडिडेट मुन्ना सिंह 31 हजार आठ सौ 85 वोट लाकर तीसरे स्थान पर रहे थे।

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एक नजर 2014 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं हजारीबाग विधानसभा सीट पर 2014 के चुनाव में बीजेपी कैंडिडेट मनीष जायसवाल ने जीत हासिल की थी। जायसवाल को 89 हज़ार छह सौ 75 वोट मिले थे। दूसरे नंबर पर निर्दलीय कैंडिडेट प्रदीप प्रसाद 62 हजार पांच सौ 46 वोट लाकर दूसरे स्थान पर रहे थे। वहीं तीसरे नंबर पर सीपीआई कैंडिडेट राजी अहमद को 14 हज़ार दो सौ 90 वोट मिले थे।

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विधानसभा चुनाव 2009 के नतीजे
वहीं 2009 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के सौरभ नारायण सिंह विधायक चुने गए थे। सौरभ नारायण को 66 हज़ार पांच सौ 14 वोट मिले थे तो बीजेपी कैंडिडेट देव दयाल 57 हज़ार दो सौ 27 वोटों के साथ दूसरे नंबर पर रहा था। वहीं तीसरे नंबर पर निर्दलीय कैंडिडेट बलदेव राम को 4 हज़ार तीन सौ 79 वोट मिले थे।

हजारीबाग विधानसभा सीट बीजेपी का बेहद मजबूत गढ़ है। 2019 में यहां से जेवीएम कैंडिडेट 31 हजार आठ  सौ 85 वोट मिले थे, लेकिन बाबूलाल मरांडी ने काफी पहले ही जेवीएम का बीजेपी में विलय कर दिया है। इसलिए लगता नहीं है कि इस बार भी हजारीबाग में इंडिया गठबंधन के कैंडिडेट की दाल गलने वाली है।


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Content Editor

Khushi

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