आज 11वां International योग दिवस, मंत्री संजय सेठ ग्रामीणों के साथ करेंगे योग; 20 अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी भी लेंगे भाग

Saturday, Jun 21, 2025-10:57 AM (IST)

रांची: भारत के रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने कहा कि आज यानी 21 जून को पूरा देश 11 वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनायेगा। सेठ ने आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पूरे देश भर में 1 लाख जगह पर और 175 देश में योग किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संकल्प देश के लोग निरोग रहे। इसका असर आज पूरा विश्व योग को अपनाकर अपने स्वास्थ्य जीवन का लाभ ले रहे हैं। कोरोना काल में लोगों ने योग को अपनाकर अपनी जान बचाई।

"रांची के लोगों का जीवन नरकीय बन गया है"
सेठ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से हम लोग सभी आज योग के क्षेत्र में आगे बढ़ रहे हैं। रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ कांके के कुम्हारिया गांव में प्रधानमंत्री स्कूल में आज ग्रामीणों के साथ योग करेंगे। इस योग कार्यक्रम में 20 अंतररष्ट्रीय खिलाड़ी भी भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि लगातार बारिश से जो रांची में हुआ वह नहीं होना चाहिए था। इसका दोषी कौन है। मैं इसपर कोई राजनीति नहीं करना चाहता मैं रांची को बचाने आया हूं। रांची नगर निगम के अक्रमन्यता के कारण रांची के चारों तरफ से पानी- पानी हुआ पड़ा है। हर तरफ घर, दुकान डूबे हुए हैं। यह सब नगर निगम की अक्रमन्यता है। रांची के लोगों का जीवन नरकीय बन गया है। उन्होंने कहा कि ब्यूरोक्रेट्स अगर साथ दे तो इंदौर को पछाड़कर रांची को एक साल में एक नंबर शहर बनाएंगे। सेठ ने कहा कि रांची की ऐसी नरकीय स्थिति का एक बड़ा कारण नगर निगम का चुनाव नहीं होना भी है। चुनाव होने के बाद संबंधित वार्ड सदस्य अपने-अपने क्षेत्र की देखरेख और साफ सफाई की जिम्मेदारी लेते हैं। इसके परिणाम स्वरूप जल जमाव नहीं हो पता है।

"आखिर नगर निगम के चुनाव क्यों नहीं हो रहे हैं"
सेठ ने कहा कि पार्षद सालों भर अपने-अपने मोहल्लों की नालियों की सफाई करते रहते हैं। परंतु चुनाव नहीं होने से पूरी व्यवस्था चरमरा गई है। यह सोचने वाली बात है कि पहाड़ी इलाका रांची जलमग्न कैसे हो रहा है? आखिर नगर निगम के चुनाव क्यों नहीं हो रहे हैं। इसके जिम्मेदार कौन है। दो दिन की बारिश में लोगों के करोड़ों रुपये की संपत्ति बर्बाद हुई इसका जिम्मेदार कौन है। सेठ ने कहा कि जहां-तहां बड़े-बड़े नालों पर अतिक्रमण भी जल जमाव का एक बड़ा कारण बन चुका है। बड़े-बड़े नालों की सफाई नहीं हो पाती है, जिस वजह से कई मोहल्ले डूबे हुए हैं। उन्होंने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि नगर निगम के पास शहर की साफ सफाई एवं विकास कार्य के लिए पैसे नहीं हैं। जब भी किसी योजना को लेकर नगर निगम से बात की जाती है तो यही कहा जाता है कि उसके लिए नगर विकास विभाग को पत्र लिखा गया है, सिर्फ एक- दूसरे पर फेका फेकी करते हैं जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। 


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Khushi

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