Vande Bharat Train का हाल बेहाल! स्टेशन पहुंचते ही दरवाजे लॉक...इमरजेंसी बटन भी बेअसर, कोच में अंधेरा छा जाने से चिल्लाने लगे यात्री
Wednesday, Nov 05, 2025-06:40 PM (IST)
Jharkhand News: जहां एक तरफ केंद्र सरकार वंदे भारत एक्सप्रेस की सुविधाओं को लेकर बड़े-बड़े दावे करती है तो वहीं दूसरी तरफ जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। दरअसल, वंदे भारत एक्सप्रेस में उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब तकनीकी खराबी के कारण ट्रेन के दरवाजे लॉक हो गए।
जानकारी के मुताबिक बीते मंगलवार को रात के 10:30 बजे गया से हावड़ा आने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस हावड़ा स्टेशन पर पहुंची ही थी कि तकनीकी खराबी के कारण ट्रेन के दरवाजे लॉक हो गए। भारी संख्या में यात्री गेट खुलने का इंतजार करने लगे, लेकिन काफी देर तक गेट नहीं खुले। इमरजेंसी बटन दबाने से भी कोई फायदा नहीं हुआ। इस दौरान एसी और लाइटें भी बंद हो गई जिससे कोच में अंधेरा छा गया। अचानक अंधेरा छा जाने से ट्रेन में मौजूद बच्चे रोने लग गए और महिलाएं चिल्लाने लगी। ट्रेन में अफरा-तफरी मच गई। यात्रियों ने पैंट्री कार स्टाफ से मदद की गुहार लगाई, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।
काफी देर बाद ट्रेन के पीए सिस्टम से घोषणा हुई कि “यात्रीगण घबराएं नहीं, दरवाजे मैनुअली खोले जाएंगे।” थोड़ी देर बाद तकनीकी टीम ने मौके पर पहुंचकर काफी मशक्कत के बाद दरवाजे खोले और यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला।
भले ही यात्री सुरक्षित हैं, लकिन इस घटना के बाद से सभी यात्रियों में भारी आक्रोश है। एक यात्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर घटना का वीडियो शेयर कर रेलवे प्रशासन पर सवाल उठाए हैं। उसने पूछा कि ट्रेन स्टाफ को इमरजेंसी प्रोटोकॉल की जानकारी क्यों नहीं दी जाती? किसी आपदा की स्थिति में यात्रियों की सुरक्षा कौन सुनिश्चित करेगा? यात्री ने कहा कि वंदे भारत एक्सप्रेस के अंदर का माहौल पैसेंजर ट्रेन जैसा था। यात्री तेज आवाज में रील्स और वीडियो देख रहे थे, महिलाएं मोबाइल पर बातों में व्यस्त थीं। पैंट्री कार स्टाफ ने एसी कोच के दरवाजे खुले रखे, जिससे तापमान बढ़ गया। वहीं, इस पर पूर्व रेलवे ने जवाब दिया कि मामला संबंधित अधिकारी को फॉरवर्ड कर दिया गया है।

