झारखंड में राज्य समन्वय समिति बनी ''राजनीतिक उपहार योजना'': प्रतुल शाहदेव
Wednesday, Jul 30, 2025-05:28 PM (IST)

रांची: झारखंड में भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने राज्य सरकार पर हमला बोला। प्रतुल शाहदेव ने कहा कि झारखंड राज्य समन्वय समिति को पूरी तरह से औचित्यहीन और निष्क्रिय है।
शाहदेव ने कहा कि इस समिति का गठन विकास कार्यों में समन्वय के नाम पर किया गया था, लेकिन वास्तविकता यह है कि यह महज सत्ताधारी दलों के नेताओं को राज्य मंत्री का दर्जा देकर उपकृत करने का एक राजनीतिक उपहार योजना बनकर रह गई है। उन्होंने कहा कि 2022 के अंत में इस समिति का गठन बड़े उद्देश्य और दावों के साथ किया गया था, लेकिन आज ढाई वर्ष से अधिक समय बीत जाने के बावजूद समिति की केवल एक औपचारिक बैठक - वह भी 10 जून, 2023 में आयोजित हुई है। वर्ष 2024 और अब 2025 में कोई भी बैठक नहीं हुई है। ऐसे में इस समिति के अस्तित्व का क्या औचित्य रह जाता है? प्रतुल ने कहा समिति की बैठक न हो रही हो, लेकिन समिति के नाम पर राजनीतिक रेवड़िया बांटना जारी है।
शाहदेव ने कहा कि जब बैठकें ही नहीं हो रही हैं, तो क्या राज्य सरकार यह बताएगी कि समिति के सदस्यों को राज्य मंत्री का दर्जा देने के नाम पर अब तक जनता के गाढ़ी कमाई के कई करोड़ रुपये फूकने का क्या औचित्य है? उन्होंने कहा इस समन्वय समिति में कुल 9 सदस्य हैं और अधिकांश को राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त है। उन्होंने कहा कि यह समिति जनता की भलाई के लिए न बनकर सिर्फ राजनीतिक समझौतों की पूर्ति के लिए बनी है।