कृषि मंत्री बनने के बाद एक्टिव मोड पर शिल्पी नेहा तिर्की, समीक्षा बैठक में अधिकारियों को दिए निर्देश
Thursday, Jan 09, 2025-12:00 PM (IST)
रांची: झारखंड की कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने बीते बुधवार को कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग की मासिक समीक्षा बैठक की। इस दौरान शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि जमीनी स्तर पर उचित क्रियान्वयन नहीं होने के कारण उनके विभाग की विभिन्न योजनाओं का लाभ किसानों तक नहीं पहुंच पा रहा।
तिर्की ने कहा कि कृषि विभाग द्वारा उसकी योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए नियुक्त ग्राम स्तरीय कर्मचारी (वीएलडब्ल्यू) अन्य विभागों का काम भी संभाल रहे हैं। तिर्की ने कहा, हम विभाग की विभिन्न योजनाओं को जमीनी स्तर पर लागू करने में चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। योजनाओं का लाभ पात्र लाभार्थियों तक पहुंच नहीं पा रहा, क्योंकि वीएलडब्ल्यू आवास योजना और मनरेगा जैसी अन्य योजनाओं से संबंधित कार्य भी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विभाग ने वीएलडब्ल्यू को पत्र जारी कर उन्हें केवल कृषि से संबंधित कार्य करने के लिए कहा है। मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए बताया कि समीक्षा बैठक में इस बात पर पर चर्चा की गई कि कैसे आने वाले समय में राज्य को कृषि के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना है। साथ ही उन्होंने ये भी बताया कि 10 गांव के साथ बीज ग्राम बनाने का एमओयू किया गया है। ताकी आने वाले समय में राज्य में बीज को लेकर समस्या ना हो।
तिर्की ने कहा, ‘‘हमने वीएलडब्ल्यू के लिए एक सम्मेलन आयोजित करने का फैसला किया है, जहां उन्हें विभाग की विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी दी जाएगी ताकि वे वास्तविक लाभार्थियों तक पहुंच सकें। हम उन्हें मासिक लक्ष्य देंगे और उनकी जवाबदेही तय करेंगे।'' उन्होंने कहा, ‘‘मैं मौजूदा योजनाओं को सही तरीके से जमीनी स्तर पर लागू करना चाहती हूं। अगर योजनाओं को सही तरीके से लागू किया गया तो राज्य में पलायन की समस्या खत्म हो जाएगी। हमारा उद्देश्य झारखंड को कृषि और पशुपालन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना है।'' मंत्री ने बताया कि 18 जनवरी को रांची जिले के चान्हो ब्लॉक में मंडल स्तरीय कृषि मेला आयोजित किया जाएगा और इसमें वीएलडब्ल्यू एवं किसानों को आमंत्रित किया जाएगा।