Kharsawan Vidhan Sabha: खरसावां सीट पर दशरथ गागरई और सोनाराम बोदरा में होगी टक्कर।। vidhansabha seat 2024
Monday, Oct 28, 2024-12:49 PM (IST)
खरसावां: खरसावां विधानसभा सीट झारखंड के सरायकेला-खरसावां जिले में आता है। अब तक झारखंड में 4 बार चुनाव हुए हैं। इसमें 2 बार बीजेपी उम्मीदवार को जीत मिली है तो दो बार झारखंड मुक्ति मोर्चा ने इस सीट पर बाजी मारी है। खरसावां विधानसभा क्षेत्र में कुल 2 लाख 25 हजार दो सौ 74 मतदाता हैं। खरसावां विधानसभा सीट पर कोई भी उम्मीदवार लगातार दो बार नहीं जीता है। हालांकि, पार्टी के अलग-अलग उम्मीदवार यहां जीतते रहे हैं।
खरसावां सीट पर 2005 में बीजेपी उम्मीदवार अर्जुन मुंडा ने जीत हासिल की थी। 2009 के चुनाव में बीजेपी कैंडिडेट मंगल सिंह सोय ने विरोधियों को पराजित कर दिया था, लेकिन 2014 और 2019 के चुनाव में जेएमएम उम्मीदवार दशरथ गागराई ने जीत हासिल की थी।
2024 के चुनाव में भी जेएमएम ने दशरथ गागराई को फिर से खरसावां के अखाड़े में उतारा है तो बीजेपी ने इस बार सोनाराम बोदरा की किस्मत पर भरोसा जताया है।
एक नजर 2019 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं खरसावां विधानसभा सीट पर 2019 में जेएमएम उम्मीदवार दशरथ गागराई ने जीत हासिल की थी। दशरथ गागराई 73 हजार तीन सौ 41 वोट लाकर पहले स्थान पर रहे थे तो बीजेपी कैंडिडेट जवाहर लाल बानरा 50 हजार पांच सौ 46 वोट लाकर दूसरे स्थान पर रहे थे। वहीं आजसू उम्मीदवार संजय जरिका 9 हजार चार सौ 51 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे थे।
एक नजर 2014 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2014 के विधानसभा चुनाव में खरसावां सीट पर जेएमएम उम्मीदवार दशरथ गागरई ने जीत का परचम लहराया था। दशरथ गागराई 72 हजार दो वोट लाकर विरोधियों को करारी शिकस्त देने में सफल रहे थे तो बीजेपी उम्मीदवार अर्जुन मुंडा 60 हजार 36 वोट लेकर दूसरे स्थान पर रहे थे। वहीं कांग्रेस कैंडिडेट छोत्रे किस्कू चार हजार नौ सौ 27 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे थे।
विधानसभा चुनाव 2009 के नतीजे
वहीं 2009 के विधानसभा चुनाव में खरसावां सीट पर बीजेपी उम्मीदवार मंगल सिंह सोय 52 हजार छह सौ 61 वोट लेकर पहले स्थान पर रहे थे तो कांग्रेस कैंडिडेट बास्को बेसरा 25 हजार चार सौ 42 वोट लाकर दूसरे स्थान पर रहे थे। वहीं जेबीएसपी प्रत्याशी छोत्रे किस्कू नौ हजार नौ सौ छह वोट लाकर तीसरे स्थान पर रहे थे।
खरसावां विधानसभा सीट के लिए पहले चरण में 13 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। इस बार पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के बीजेपी में शामिल होने के बाद कोल्हान की राजनीति में काफी बदलाव आया है। वैसे खरसावां में ट्रिपल ‘एम’ का दबदबा रहा है। खरसावां विधानसभा क्षेत्र में ट्रिपल ‘एम’ यानी महतो, मुंडा और मुस्लिम मतदाताओं का दबदबा है। एक रिपोर्ट के अनुसार क्षेत्र में कुड़मी-महतो की आबादी 15 फीसदी, मुंडा की 8 फीसदी और मुस्लिम 7 फीसदी हैं। इसके अलावा इस सीट पर अन्य आदिवासियों की आबादी करीब 25 फीसदी है। इसलिए खरसावां सीट पर इस बार चंपाई दा की पकड़ की अग्नि परीक्षा होगी।