Mahgama Assembly Seat : क्या महगामा सीट पर जीत हासिल कर पाएंगी दीपिका पांडेय सिंह? ।। Jharkhand Election 2024
Sunday, Oct 06, 2024-05:55 PM (IST)
महगामा: महगामा विधानसभा सीट गोड्डा ज़िले में स्थित है। यह विधानसभा क्षेत्र गोड्डा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के तहत आता है। झारखंड राज्य के अस्तित्व में आने के बाद अगर बात करें विधानसभा चुनाव के बारे में तो साल 2005 में इस सीट पर बीजेपी के अशोक कुमार विधायक चुने गए।
2009 में यह सीट कांग्रेस के खाते में गई और राजेश रंजन विधायक चुने गए तो वहीं 2014 के चुनाव में बीजेपी ने एक बार फिर से यहां जीत का परचम लहराया और अशोक कुमार विधायक चुने गए।
2019 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस कैंडिडेट दीपिका पांडेय सिंह ने महगामा से जीत हासिल किया था। इस बार भी महगामा से कांग्रेस कैंडिडेट दीपिका पांडेय सिंह का विधानसभा चुनाव लड़ना तय है।
एक नजर 2019 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
साल 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस कैंडिडेट दीपिका पांडेय सिंह ने जीत हासिल की थी। दीपिका पांडेय सिंह ने 89 हजार दो सौ 24 वोट लाकर पहले स्थान पर रहीं थीं। वहीं बीजेपी कैंडिडेट अशोक कुमार 76 हजार सात सौ 25 वोट लाकर दूसरे स्थान पर रहे थे। इस लिहाज से दीपिका पांडेय सिंह ने अशोक कुमार को 12 हजार चार सौ 99 वोट के मार्जिन से चुनाव में हराया था। वहीं मजलिस कैंडिडेट अशोक कुमार सिंह पांच हजार सात सौ 19 वोट लाकर तीसरे स्थान पर रहे थे।
एक नजर 2014 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
साल 2014 के विधानसभा चुनाव परिणाम पर नजर डालें तो इस सीट पर बीजेपी के अशोक कुमार ने जेवीएम के शाहिद इकबाल को 31 हजार पांच सौ 60 वोटों से हराकर जीत का परचम लहराया था। अशोक कुमार को कुल 70 हजार छह सौ 35 वोट मिले थे जबकि दूसरे नंबर पर रहे जेवीएम के शाहिद इकबाल को कुल 39 हजार 75 वोट मिले थे तो वहीं तीसरे स्थान पर रहे कांग्रेस के राजेश रंजन को कुल 18 हजार तीन सौ 55 वोट मिले थे।
विधानसभा चुनाव 2009 के नतीजे
वहीं 2009 के विधानसभा चुनाव परिणामों पर नजर डालें तो इस सीट पर कांग्रेस के राजेश रंजन ने बीजेपी के अशोक कुमार को 8 हजार एक सौ 86 वोटों से हराकर जीत हासिल की थी। राजेश रंजन को कुल 43 हजार आठ सौ 34 वोट मिले थे जबकि दूसरे नंबर पर रहे बीजेपी के अशोक कुमार को कुल 35 हजार छह सौ 48 वोट मिले थे। वहीं तीसरे स्थान पर रहे जेएमएम के लाल बिहारी साह को 12 हजार दो सौ 37 वोटों से संतोष करना पड़ा था।
झारखंड बनने के बाद इस सीट पर हुए विधानसभा चुनाव परिणामों का विश्लेषण करें तो इस सीट पर दो बार बीजेपी और एक बार कांग्रेस का कब्जा रहा है। हालांकि इस बार कांग्रेस कैंडिडेट दीपिका पांडेय सिंह को एनडीए गठबंधन से कड़ी टक्कर मिल रही है।