CM हेमंत ने 498 सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों को सौंपा नियुक्ति पत्र, मुंबई में झारखंड भवन की रखी ऑनलाइन आधारशिला
Monday, Oct 14, 2024-05:11 PM (IST)
रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 498 सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों को नियुक्ति पत्र सौंपे। ये नियुक्तियां अनुबंध के आधार पर की गई हैं। इस दौरान हेमंत सोरेन ने सभी नवनियुक्त सीएचओ को शुभकामनाएं दी है।
मुख्यमंत्री ने यहां ‘प्रोजेक्ट बिल्डिंग' में आयोजित कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘यह एक ऐतिहासिक अवसर है जब 498 सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों को नियुक्त किया जा रहा है और मैं उम्मीद करता हूं कि वे लोगों को गुणवत्तापूर्ण सेवा प्रदान करेंगे।'' मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने स्वास्थ्य अधिकारी के तौर पर नियुक्त किए गए पांच कर्मियों - अनिता महतो, अंकिता उपाध्याय, संतोषी रजक, सिलवंती सोरेन और मोहम्मद रबीउल इस्लाम को प्रतीकात्मक नियुक्ति पत्र सौंपे।
हेमंत ने कहा कि आज के दिन में सभी काम महिला पुरुष मिलकर कर रहे हैं। स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी जहां हम नर्सेस को ट्रेनिंग देते थे। जहां पहले फीमेल नर्सेस की बहाली होती थी। पहले पुरुष नर्सों की कमी रहती थी। हमने नर्सिंग कॉलेजों में कहा भी है कि कॉलेज में मेल-फीमेल दोनों को पढ़ाई होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य सुविधा को सुदृढ़ करने के लिए केवल बिल्डिंग बना देना ही महत्वपूर्ण नहीं है बल्कि वहां अच्छे डॉक्टर, अच्छे नर्स भी होने चाहिए। दवा की भी उपलब्धता आवश्यक है। सरकार के स्तर में एक मजबूत स्वास्थ्य व्यवस्था कैसे स्थापित हो इस पर सरकार गंभीर है। हमने अपोलो हॉस्पिटल समूह को हमारे साथ जोड़ा है। इटकी में एक बहुत बड़ा मेडिकल कॉलेज का काम चल रहा है। पहले जहां उहापोह की स्थिति होती थी कुछ वर्षों में वह नहीं होगी। राज्य के अंदर ही सारी बीमारियों से लड़ने के लिए हम तैयार होंगे। आने वाले समय में हम कोशिश करेंगे कि हर गंभीर बीमारी का इलाज राज्य में ही हो जाए।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के द्वारा मुंबई के नवी मुंबई में सात मंजिला झारखंड भवन का आधारशिला ऑनलाइन रूप में रखा गया। इसके अलावा मुख्यमंत्री के द्वारा पकरी बरवाडीह में 220/33 केवी ग्रिड सब-स्टेशन के निर्माण कार्य का ऑनलाइन शिलान्यास किया गया। आधिकारिक बयान के अनुसार, झारखंड भवन का निर्माण नवी मुंबई में किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने दामोदर घाटी निगम (डीवीसी) पर निर्भर क्षेत्र के लोगों को निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए 230/33 किलोवाट क्षमता के पकरी-बरवाडीह सब स्टेशन की आधारशिला भी रखी।