चंपई सोरेन ने कांग्रेस पर साधा निशाना, कहा-कोल्हान में जितने भी गोली कांड हुए सभी कांग्रेस के शासन काल में हुए
Monday, Sep 09, 2024-10:38 AM (IST)
चाईबासा: भाजपा नेता चंपई सोरेन ने गुआ गोलीकांड के शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला है। पत्रकारों से बातचीत करते हुए पूर्व सीएम चंपई सोरेन ने कोल्हान में हुए गोली कांडों के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुए जमकर बयानबाजी की।
"कोल्हान में जितने भी गोलीकांड हुए सभी कांग्रेस के शासन काल मे हुए"
पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि गोलीकांड कांग्रेस सरकार में हुआ था। एक लाइन में खड़ा करके सभी आंदोलनकारियों को गोलियों से भून दिया गया था। उस दौरान कांग्रेस ने सारी हदें पार कर दी थी। तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने कभी अलग राज्य देने के बारे में नहीं सोचा और ना इसके लिए किसी भी प्रकार का काम का किया। साथ ही उन्होंने कहा कोल्हान में जितने भी गोलीकांड हुए सभी कांग्रेस के शासन काल में हुए। लड़ाई भी आदिवासी अलग झारखंड राज्य व जल, जंगल, जमीन पर अधिकार के लिए सिर्फ लड़ रहे थे। आदिवासियों की आंदोलन को कांग्रेस कभी नही समझ पाया।
"अटल बिहारी वाजपेयी ने झारखंड के आदिवासियों मूलवासियों का दर्द को समझा"
वहीं अटल बिहारी वाजपेयी की कार्यशैली की प्रशंसा करते हुए चंपई सोरेन ने कहा कि सन 2000 में भाजपा की केंद्र सरकार प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने झारखंड के आदिवासियों मूलवासियों का दर्द को समझा और झारखंड अलग राज्य कर दिया।
"बीजेपी ही घुसपैठ के संकट से मुक्ति दिला सकती है"
साथ ही चंपई सोरेन ने घुसपैठ की समस्या पर बात करते हुए कहा कि झारखंड में फिर एक बार जटिल समस्या आ गई है और वो है बांग्लादेशियों की घुसपैठ। इससे आदिवासियों का अस्तित्व आज संकट में है। आदिवासियों को बंगलादेशी घुसपैठ खत्म करने का काम कर रहे हैं। संथाल की धरती से 1855 में सिद्धू कानू, चंद भैरव, फूलो जानो के नेतृत्व में अंग्रेजों के खिलाफ उन लोगों ने बगावत किया था। हजारों पूर्वजों ने खून बहाया और संथाल परगना का नाम कर गए। वहीं चंपई सोरेन ने हुए भाजपा सदस्यता ग्रहण करने का कारण बताते हुए कहा कि इस संकट से अगर कोई बचा सकता है तो दूसरा कोई राजनीतिक दल नहीं है सिर्फ एक ही दल है भारतीय जनता दल, इसलिए मैंने सदस्यता ग्रहण किया। हम इसी जगह से संघर्ष करके संथाल परगना को बचाने का काम करेंगे।