25 अगस्त को प्रदेश के सभी 29 हजार बूथों पर मन की बात सुनेंगे BJP के कार्यकर्ता और नेता: हिमंता बिस्वा सरमा
Saturday, Aug 17, 2024-10:59 AM (IST)
रांची: लगभग 7 घंटे की मंडल अध्यक्षों के साथ मैराथन बैठक करने के बाद असम के मुख्यमंत्री सह झारखंड विधानसभा चुनाव सह प्रभारी हेमंत विश्वास शर्मा ने कहा कि झारखंड में कुल 515 मंडल है। सभी मंडल अध्यक्षों के साथ 2 ग्रुप में बैठक हुई। उन्होंने कहा कि दिल्ली से केंद्रीय मंत्री झारखंड विधानसभा चुनाव प्रभारी शिवराज सिंह चौहान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के साथ जुड़े और मैं और झारखंड प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेयी जी ने सभी को संबोधित किया।
हेमंत विश्वास शर्मा ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी जी और नेता विधायक दल अमर बाउरी ने सभी का मार्गदर्शन किया। इस बैठक का उद्देश्य था कि आने वाले 25 तारीख को जिस दिन प्रधानमंत्री जी के मन की बात होगी उस दिन पूरे प्रदेश के 29000 बूथों में ही मन की बात को सुनने का काम करेंगे। जितने भी प्रदेश के बड़े नेता हैं, मंत्री हैं, विधायक हैं या और अन्य लोग हैं सभी अपने-अपने बूथ में मन की बात में भाग लेगें और जो हमारे संगठन की तरफ से चुनाव की तैयारी को लेकर के बूथ में करना है उसके बारे में बूथ में डिस्कशन करेगा। उन्होंने कहा कि इलेक्शन कमीशन ने बताया है कि दीपावली के बाद झारखंड में चुनाव होगा तो हम लोग अपनी तैयारी पूरा करने की कोशिश कर रहे हैं।
मंडल अध्यक्षों को क्या कुछ गुरु मंत्र दिया इसको लेकर पूछा गए सवाल पर बिस्वा ने कहा कि गुरु मंत्र इतना ही है कि झारखंड को घुसपैठियों से बचाना है। वादाखिलाफी वाली सरकार को हटाना है और कोई कैंडिडेट कोई ग्रुप छोड़कर के खाली मोदी जी को झारखंड का विजय उनके हाथ में देना है। झारखंड की जनता का विकास करना है। झारखंड को एक आर्थिक महाशक्ति के रूप में आगे ले जाने है। यही सोच करके आप लोग संगठन का काम करिए कोई भी उम्मीदवार के बारे में मत सोचिए केवल भाजपा और कमल के बारे में सोचिए। वहीं भाजपा के ग्रुप में बंटे होने को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि वो बात भी हमने पूछने की कोशिश किया कि क्या हम बंटे हुए हैं। क्या हमने बूथ में काम ठीक से नहीं किया था।
वही झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में मंत्री चंपई सोरेन और लोबिन हेंब्रम के भाजपा में जाने की चर्चा को लेकर पूछे गए सवाल पर बिस्वा ने कहा कि वह हेमंत सोरेन जी के मंत्री सभा में हैं और वह झारखंड के एक बहुत ही बड़े नेता हैं। मैं उनके ऊपर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता हूं। उनके व्यक्तित्व के ऊपर अपमान होगा। उन्होंने कहा कि चंपई झारखंड आंदोलन का एक बहुत बड़े नेता हैं। झारखंड मुक्ति मोर्चा में हेमंत सोरेन से भी उनका अधिकार ज्यादा है क्योंकि उन्होंने शिबू सोरेन के साथ झारखंड आंदोलन की लड़ाई लड़ी थी। चंपई सोरेन का जो व्यक्तित्व है हमें इस तरह के सवाल करके उनका व्यक्तित्व को नीचे नहीं करना चाहिए। लोकसभा चुनाव में अपनी किस्मत आजमा चुके भाजपा के नेताओं को क्या विधानसभा चुनाव लड़ना चाहिए को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि मेरा निवेदन है कि झारखंड के भाजपा का जो भी बड़ा नेता है उसको चुनाव लड़ने के लिए प्रयास करना चाहिए। अगर पार्टी टिकट देता है तो लड़ना चाहिए।