BJP के चार सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने राज्य निर्वाचन आयोग को सौंपा ज्ञापन, दोबारा मतगणना कराने की रखी मांग

5/27/2022 12:53:31 PM

रांचीः झारखंड में भारतीय जनता पार्टी के 4 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को यहां राज्य निर्वाचन आयोग जाकर ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन सौंपने वाले में भाजपा प्रदेश मंत्री काजल प्रधान, प्रदेश मीडिया सह प्रभारी अशोक बड़ाईक, सोशल मीडिया प्रभारी मृत्युंजय शर्मा एवं विधि प्रकोष्ठ के अधिवक्ता सुधीर श्रीवास्तव शामिल थे। भाजपा नेताओं ने राज्य निर्वाचन आयोग से मांग किया कि चाईबासा जिला के नोवामुंडी जिला परिषद सदस्य भाग-1 की मतगणना दोबारा करने के साथ ही आरओ सह डीएसओ अमित प्रकाश, एआरओ विमल एसडीओ जगरनाथपुर शंकर एक्का एवं जगरनाथ थानेदार यशराज सिंह के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए भविष्य में सभी पदाधिकारियों को चुनाव कार्य से वंचित करने का आदेश भी जारी हो। पूरे मतगणना की वीडियोग्राफी कराई जाए।

जिला पर्यवेक्षक पदाधिकारी के यहां दर्ज कराई थी शिकायत
भाजपा नेताओं ने कहा कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2022 में जिला परिषद सदस्य के रूप में मनीषा कुमारी उम्मीदवार थी। उक्त चुनाव में मतदान 19 मई 2022 को हुआ और मतगणना 22 मई 2022 को। सुबह 8 बजे से प्रारंभ होकर 2.30 बजे समाप्त हुई। शाम के 5.30 बजे तक प्रशासनिक पदाधिकारियों के द्वारा किया गया दुर्व्यवहार एवं देवकी कुमारी एवं उनके समर्थकों के साथ जिस प्रकार प्रशासन की लुका-छिपी बैठक चल रही थी और एआरओ द्वारा देवकी कुमारी के जीत की मौखिक घोषणा की गई उससे संदेह होने पर मनीषा कुमारी ने तत्काल शाम 5.45 बजे में जिला पर्यवेक्षक पदाधिकारी के यहां शिकायत दर्ज कराई। तब प्रशासन के द्वारा कहा गया कि पुनर्मतगणना होगी, परंतु कुछ नही होने पर दुबारा उसी दिन 8.15 बजे रात्रि में पुनर्मतगणना संबंधित आवेदन के द्वारा जिला पर्यवेक्षक पदाधिकारी को दी गई, परंतु कोई सुनवाई नही हुआ।

देवकी कुमारी ने 2 मत से खुद की जीत घोषित की
भाजपा नेताओं ने कहा कि पूरे मतगणना के दौरान मनीषा कुमारी के पक्ष में जो वैध मत डाले गए थे उनमें से कुछ मतों को प्रशासन के द्वारा अवैध घोषित कर दिया गया। पूरे मतगणना के दौरान सभी प्रत्याशियों/एजेंटों को मोबाइल ले जाने पर पाबंदी थी परंतु वैसे पाबंदी को चुनौती देते हुए देवकी कुमारी खुलेआम मतगणना स्थल पर मोबाइल लेकर ना सिर्फ घूम रही थी बल्कि सरकारी कागजातों का तस्वीर भी ले रही थी। जब इसकी शिकायत की गई तो कुछ देर के लिए उनका मोबाइल जप्त हुआ परंतु प्रशासन द्वारा फिर दे दिया गया। 4:00 बजे शाम को देवकी कुमारी ने खुद को 2 मत से जीत घोषित कर दी और यह समाचार पूरे मीडिया में प्रसारित भी होने लगा। हालांकि आधिकारिक तौर पर रात 11:00 बजे प्रशासन द्वारा परिणाम घोषित किया गया। मनीषा कुमारी के द्वारा एसडीओ से कहा गया कि उनके द्वारा दिए गए आवेदन (पुनर्मतगणना हेतु) अंतिम परिणाम घोषित से पूर्व दिया गया था परंतु उस पर कोई विचार नहीं किया गया। इस बात पर एसडीओ एवं वहां उपस्थित जगन्नाथपुर थाना प्रभारी यशवंत राज सिंह एवं अन्य पुलिसकर्मियों के द्वारा मनीषा कुमारी को धक्का-मुक्की कर वहां से भगा दिया गया।

सरकार के इशारे पर परिणाम को किया जा रहा प्रभावित
भाजपा नेताओं ने कहा कि जिस प्रकार देवकी कुमारी के तथाकथित जीत के बाद पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा एवं कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सांसद गीता कोड़ा ने स्वागत किया उससे स्पष्ट है कि राज्य की कांग्रेस समर्थित सरकार के इशारे पर मतगणना एवं परिणाम को प्रभावित किया जा रहा है। आचार संहिता के बीच जनप्रतिनिधि के द्वारा इस प्रकार से इस प्रकार स्वागत करना आचार संहिता का भी घोर उल्लंघन है। देवकी कुमारी को गलत तरीके अपनाकर 2 वोट से जिताने में आरओ सह डीएसओ अमित प्रकाश एआरओ विमल जी एवं एसडीओ जगन्नाथपुर शंकर एक्का एवं जगन्नाथपुर थानेदार यशराज सिंह ने मुख्य भूमिका निभाया। उपरोक्त पदाधिकारियों ने मिलकर योजनाबद्ध तरीके से षड्यंत्र किया और ना सिर्फ लोकतंत्र का गला घोटा बल्कि अपने पद का भरपूर दुरुपयोग भी किया।


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Content Writer

Ramanjot

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