Jharkhand News... साहिबगंज के भोगनाडीह में हूल दिवस पर लाठीचार्ज के विरोध में BJP ने फूंका CM हेमंत का पुतला

Wednesday, Jul 02, 2025-12:52 PM (IST)

Dumka News: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की दुमका जिला इकाई ने साहेबगंज जिले के भोगनाडीह में 30 जून को हूल दिवस पर पुलिस द्वारा कथित तौर पर अमर शहीद सिद्धों-कान्हु के वंशजों व भारी तादाद में जुटे आदिवासियों पर अश्रु गैस छोड़ने और लाठी चार्ज करने के विरोध में प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुतला दहन किया।

इस मौके पर झारखंड भाजपा के प्रदेश कार्यसमिति की सदस्य डाक्टर अंजुला मुर्मू और जिलाध्यक्ष गौरव कांत के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं ने जुलूस निकाल प्रदर्शन किया और इस घटना पर विरोध जताया। डॉ0 अंजुला ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी आदिवासी समाज की अस्मिता, अधिकार और सम्मान की रक्षा के लिए सदैव संघर्षरत रही है और आगे भी रहेगी। उन्होंने चेतावनी दी कि हेमंत सरकार की ऐसी जनविरोधी और दमनकारी नीतियों का उनकी पार्टी हर स्तर पर उजागर करने के साथ लोकतांत्रिक तरीके से उसका पुरजोर विरोध करेगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने संताल हूल दिवस के ऐतिहासिक मौके पर आदिवासी समाज पर पुलिसिया लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले बरसाकर उनकी आवाज को कुचलने का प्रयास किया है जो पूरी तरह से अलोकतांत्रिक, अमानवीय और निंदनीय है। इस बर्बर कार्रवाई के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी की दुमका जिला इकाई की ओर से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुतला दहन कर आक्रोश व्यक्त किया गया है।

भाजपा के जिलाध्यक्ष गौरवकांत ने कहा कि हूल दिवस केवल एक तिथि नहीं, बल्कि आदिवासी समाज के संघर्ष, स्वाभिमान और बलिदान का प्रतीक है। ऐसे ऐतिहासिक दिवस पर आदिवासी समुदाय के लोगों पर लाठी और आंसू गैस छोड़कर हेमंत सरकार ने यह सिद्ध कर दिया कि वह आदिवासी हितैषी होने का केवल दिखावा करती है जबकि व्यवहार में उनकी आवाज दबाने में जुटी हुई है। भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के जिलाध्यक्ष रमेश मुर्मू ने कहा कि हूल दिवस के अवसर पर आदिवासी समाज के ऊपर इस तरह की बर्बरता पूर्ण कार्रवाई कर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सरकार ने यह साबित कर दिया कि उसे आदिवासियों के इतिहास और उनकी भावनाओं से कोई लेना-देना नहीं है। भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा की ओर से इस अन्याय के खिलाफ हर गांव और हर पंचायत में आवाज बुलंद किया जायेगा।

भाजपा के जिला मंत्री गुंजन मरांडी ने कहा कि हूल दिवस जैसे गौरवपूर्ण दिन पर शांतिपूर्ण सभा को रोका जाना और फिर अमर शहीद सिद्धों कान्हू के वंशजों के साथ गये आदिवासियों पर लाठीचार्ज किया जाना बेहद शर्मनाक है। आदिवासी समाज इस तरह की कार्रवाई को कभी स्वीकार नहीं करेगा और जनता को सच्चाई बताने के लिए लगातार जन जागरण अभियान चलाएगी। इस मौके पर प्रदेश कार्यसमिति सदस्य रविकांत मिश्रा,निवास मंडल, जिला महामंत्री पवन केसरी, धर्मेंद्र सिंह बिट्टू, विवेकानंद राय, बबलू मंडल, सोनी हेंब्रम, नवल किस्कू, रूपेश मंडल, सुजीत यदुवंशी, दीपांशु कोचगवे, मनोज साह, मृणाल मिश्रा, ओम केसरी, दिनेश सिंह, अरविंद दुबे, रमेश मुर्मू, अजय गुप्ता, रामवतार भालोठिया, गणपति पाल, अमन राज गायत्री जायसवाल, संतोष सोरेन, प्रवीण सिंह, अजय राउत, राजेश वर्मा, वीरेंद्र मरांडी, मंजू दास, मनोहर हेंब्रम, रामलाल हांसदा, प्रभात चंद्र लायक सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Khushi

Related News

static