SC के फैसले के बाद झारखंड के जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल खत्म, लंबे समय के बाद खुली अस्पतालों की OPD

Friday, Aug 23, 2024-06:21 PM (IST)

रांची: पश्चिम बंगाल में हुए डॉक्टर की सामूहिक दुष्कर्म एवं निर्मम हत्या को लेकर लंबे समय से जारी हड़ताल बीते गुरुवार को खत्म हो गई है। आज यानी शुक्रवार को राज्य के सभी जूनियर डॉक्टर काम पर लौटे हैं।

झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने भी प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर संसद में जल्द ही मेडिकल प्रोटेक्शन बिल पेश किया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि झारखंड सरकार डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर चिंतित है। उन्होंने आगे कहा, "डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर राज्य में जल्द ही मेडिकल प्रोटेक्शन बिल लाया जाएगा। झारखंड सरकार की तरफ से मैं आपको आश्वासन देता हूं कि सरकार मेडिकल पेशेवरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव प्रयास करेगी।" उन्होंने बताया कि वह इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अधिकारियों के संपर्क में हैं।
 
रिम्स के जूनियर डॉक्टर के अध्यक्ष डॉ अंकित कुमार ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा पूरे मामले को गंभीरता से सुना जा रहा है। रिम्स में सीसीटीवी कैमरा, कैंपस में स्ट्रीट लाइट और सुरक्षा जवानों की तैनाती भी प्रबंधन से मिला है। ऐसे में कार्य बहिष्कार को वापस लिया जा रहा है।

गौरतलब है कि 8 अगस्त की रात को कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल की जूनियर महिला डॉक्टर ड्यूटी पर थी। उसके साथ 2 और डॉक्टर थे। रात करीब दो बजे भोजन करने के बाद महिला डॉक्टर सेमिनार हॉल में गयी थी। उसके बाद उसे कहीं नहीं देखा गया। बाद में अस्पताल से उसका शव बरामद किया गया जहां से शव मिला है, वहां बाहरी लोग आना-जाना नहीं करते हैं। महिला डॉक्टर का अर्धनग्न अवस्था में शव मिला था। इस घटना के बाद से डॉक्टरों की सुरक्षा की मांग को लेकर पूरे देश के डॉक्टर हड़ताल पर चले गए थे जिससे ओपीडी में इलाज कराने आए मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।





 


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Khushi

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