World Tiger Day... बिहार में गूंजी बाघों की दहाड़, वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में 60 के पार पहुंची बाघों की संख्या
Monday, Jul 29, 2024-12:34 PM (IST)

पटनाः दुनियाभर में आज (29 जुलाई) को वर्ल्ड टाइगर डे मनाया जा रहा है। हर साल 29 जुलाई को यह दिन खासतौर पर बाघों की लगातार कम होती आबादी पर नियंत्रण करने के लिए मनाया जाता है। वहीं नेपाल और उत्तर प्रदेश की सीमा पर स्थित बिहार के इकलौते वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में बढ़िया प्रबंधन के कारण बाघों का कुनबा बढ़ा है।
बाघों की संख्या में बढ़ोतरी
वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या 60 के करीब पहुंच गई है। बाघों की संख्या बढ़ने से खुश वीटीआर प्रशासन का कहना है कि बाघों के अनुकूल बढ़िया वातावरण और आसानी से भोजन उपलब्ध होने से यह संभव हो सका है। वन क्षेत्रों में बेहतर चरागाह,भोजन उपलब्धता, सुरक्षित वातावरण होने के कारण जंगली जीवों की संख्या बढ़ी है।
भारत में दुनिया के करीब 70% बाघ
भारत सरकार ने 1973 में प्रोजेक्ट टाइगर (Project Tiger In India) की शुरुआत की थी, जिसका उद्देश्य देश में बाघों की संख्या को बढ़ावा देना और उनके आवासों की सुरक्षा करना है। इस परियोजना के तहत कई टाइगर रिजर्व भी स्थापित किए गए हैं। साथ ही बाघ संरक्षण के लिए विशेष नीतियां भी बनाई गई हैं। भारत में अभी कुल 54 टाइगर रिजर्व हैं। उसी सम्मेलन में हर साल 29 जुलाई को अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस मनाने का फैसला किया गया था। बाघ न सिर्फ भारत का राष्ट्रीय पशु है बल्कि, दुनिया के करीब 70 प्रतिशत बाघ हमारे देश में हैं।
गौरतलब है कि अंतर्राष्ट्रीय टाइगर दिवस की शुरुआत साल 2010 में हुई थी। रूस में एक टाइगर समिट में बाघ रेंज के देशों ने बाघ संरक्षण पर चर्चा की थी। उसी सम्मेलन में हर साल 29 जुलाई को अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस मनाने का फैसला किया गया था।
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