जातीय जनगणना पर बोले विजय सिन्हा- समाज को आपस मे लड़ाकर अपना उल्लू सीधा करना चाहती है बिहार सरकार

1/7/2023 4:56:23 PM

पटना(अभिषेक कुमार सिंह): बिहार में जाति आधारित गणना आज से शुरू हो गई है। यह गणना दो चरणों में होने जा रही है। इस गणना के पहले चरण में मकान की गिनती  और उसमें नंबरिंग की जाएगी। दूसरे चरण में जाति, पेशा और अन्य तरह की जानकारी इकट्ठा की जाएगी। वहीं जातीय जनगणना पर नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने हमला बोला है। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार समाज को आपस मे लड़ाकर अपना उल्लू सीधा करना चाहती हैं। 

"1931 के बाद जातीय जनगणना की आवश्यकता क्यों नहीं समझी"
नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि ये सोचने की बात है, कि 1931 के बाद आजाद भारत की किसी सरकार ने जातीय जनगणना की आवश्यकता क्यों नहीं समझी। मोदी सरकार बनने के बाद मानो जैसे जाति फैक्टर धीरे-धीरे कमजोर होने लगा, लोग विकास की बात करने लगे, तब क्षेत्रीय दलों का जातीय आधारित राजनीति खतरे में पड़ गई और वो फिर से समाज को आपस मे लड़ाकर अपना उल्लू सीधा करना चाहते है। जातीय जनगणना को लेकर डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा है कि आज से जातीय जनगणना की शुरुआत हो रही है, जिसे कास्ट बेस्ड सर्वे का नाम दिया गया, जिससे हमारे पास साइंटिफिक डेटा होगा, उसी हिसाब से जरूरी और कल्याणकारी योजनाएं बनेगी। जातीय जनगणना पर विपक्ष ने हमला किया है। 

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7 जनवरी से 30 अप्रैल तक चलेगी गणना
वहीं जातीय जनगणना को लेकर सभी दलों की अपनी-अपनी दलीलें है। एक ओर महागठबंधन के नेता इसको विकास से जोड़ कर देख रहे हैं। वहीं विपक्ष का कहना है कि इससे समाज में दरार पड़ेगी। अब आने वाले वक्त में ही पता चल पाएगा कि बिहार के लोगों को इससे कितना लाभ मिलता है। बता दें कि बिहार में आज यानी शनिवार से जातीय जनगणना शुरू हो गई है। जातीय गणना 2 चरणों में की जाएगी। इस जाति आधारित गणना के लिए 500 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है। वहीं पहले चरण की गणना 7 जनवरी से 21 जनवरी तक चलेगी और दूसरे चरण की गणना 1 अप्रैल से 30 अप्रैल तक चलेगी। 


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Content Editor

Swati Sharma

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