तेजप्रताप के बयान पर भड़के सुशील मोदी, कहा- लालू परिवार ने बदजुबानी का भी किया राजनीतिकरण

Saturday, Jan 09, 2021-10:44 AM (IST)

पटनाः बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने राजद अध्यक्ष लालू यादव के पुत्र तेजप्रताप यादव के पहले प्रधानमंत्री के कोरोना टीका लेने के बयान पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि लालू-राबड़ी परिवार ने अपराध, सांप्रदायिकता और बदजुबानी का राजनीतिकरण कर लोकतंत्र में असहमति की मर्यादाएं तोडीं है।

भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी ने शुक्रवार को ट्वीट किया कि लालू प्रसाद यादव के ज्येष्ठ पुत्र एवं विधायक तेजप्रताप यादव ने कभी सारी मर्यादाएं तोड़ कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चमड़ी उधेड लेने की धमकी दी तो कभी अपने पिता के समकालीन नेताओं पर अभद्र टिप्पणी की लेकिन राजद ने न तो उनके बयानों पर खेद प्रकट किया और न ही उन्हें भाषा पर संयम रखने की चेतावनी दी। अब तेजप्रताप कोरोना वैक्सीन पर शक करने वाले कट्टरपंथी मौलानाओं को खुश करने के लिए प्रधानमंत्री को खुद पर कोरोना टीके का ट्रायल करने की सलाह दे रहे हैं। मोदी ने कहा कि तेजप्रताप जब मंत्री पद का शपथ पत्र नहीं पढ पाते और जिनकी माता राबड़ी देवी कभी बिहार के राज्यपाल को ‘लंगड़ा' कह चुकी हों तब उनसे और क्या उम्मीद की जा सकती है।

पूर्व उप मुख्यमंत्री ने कहा कि चारा घोटाला के चार-चार मामलों में सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव ने अपराध, साम्प्रदायिकता और बदजुबानी का राजनीतिकरण कर लोकतंत्र में असहमति की मर्यादाएं तोडीं। जब बात सामाजिक न्याय की चली तो उन्होंने ‘भूरा बाल साफ करो' का नारा दिया। राजद बताए कि दलितों-पिछडों को न्याय दिलाने के लिए क्या चार ऊंची जातियों का अपमान कर समाज में तनाव पैदा करना जरूरी था। मोदी ने कहा कि सामाजिक न्याय का रास्ता जातीय द्वेष से होकर नहीं गुजरता इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सामान्य वर्ग के गरीबों को भी 10 प्रतिशत आरक्षण दिया। उन्होंने कहा कि राजद ने इसका विरोध जातीय द्वेष की रोटी सेंकने के लिए किया।


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