वीरांगना फूलन देवी के शहादत दिवस से घर-घर संकल्प अभियान चलाएगा VIP: मुकेश सहनी
Sunday, Jul 23, 2023-04:40 PM (IST)

पटनाः विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के अध्यक्ष मुकेश सहनी वीरांगना फूलन देवी की शहादत दिवस यानि 25 जुलाई से तीन राज्यों की यात्रा पर निकलेंगे। 100 दिनों की इस यात्रा में सहनी उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड के 80 जिलों में पहुंचेगे। इसकी घोषणा सहनी रविवार को एक प्रेस वार्ता में की।
पटना में आयोजित एक प्रेस वार्ता में वीआईपी के संस्थापक और बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने कहा कि इस यात्रा का नाम 'निषाद आरक्षण संकल्प यात्रा' दिया गया है। इस यात्रा के दौरान लोगों को निषाद आरक्षण का संकल्प दिलाया जाएगा। 'बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश में निषाद ने ललकारा है, आरक्षण नहीं तो गठबंधन नहीं, गठबंधन नहीं तो वोट नहीं ' के नारों के साथ यह यात्रा गांव-गांव, घर-घर तक पहुंचेगी। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि वीआईपी के कार्यकर्ता इस 100 दिन जिला, प्रखंड में छोटे-छोटे यात्राओं के माध्यम से गांव-गांव पहुंचेंगे और सभी घरों में जाकर लोगों को निषाद आरक्षण का संकल्प दिलवाएंगे। यह यात्रा पटना से शुरू होगी। सहनी ने कहा कि इस यात्रा का समापन चार नवंबर को होगी।
'सन ऑफ मल्लाह' के नाम से चर्चित सहनी ने कहा कि उनकी महत्वकांक्षा कभी भी सांसद, विधायक बनने की नहीं रही। उन्होंने साफ लहजे में कहा कि उनका जन्म बिहार के गरीब परिवार में हुआ और संघर्ष कर मुंबई पहुंच गए। मुंबई में सबकुछ ठीक चल रहा था, लेकिन वे अपनी जन्मभूमि को भूल नहीं पाया और बिहार के लिए कुछ करने को ठान ली। वे बिहार में राजनीति कर सत्ता तक पहुंचने नहीं आए हैं। उन्होंने साफ लहजे में कहा कि मेरा लक्ष्य बिहार में उन शोषित, वंचित, गरीब को मान सम्मान दिलाने की है कि जो विकास में पीछे छूट गए हैं। उन्होंने कहा कि ये जब तक समाज की मुख्यधारा से नहीं जुड़ जाते तब तक बिहार और देश के विकास की कल्पना करना बेमानी है। उन्होंने कहा कि बिहार में ऐसे लोगों तक आसानी से पहुंच बनाने के लिए ही वीआईपी पार्टी का अभ्युदय हुआ है। आज वीआईपी कार्यकर्ताओं के संघर्ष का ही परिणाम है कि वीआईपी की पहुंच गांवों तक है और लोग इस पार्टी से जुड़ते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि संघर्ष वीआईपी की पहचान रही है। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि निषादों को आरक्षण देने के लिए केंद्र सरकार को बाध्य किया जाएगा।
सहनी ने स्पष्ट रूप से कहा कि आरक्षण के नाम पर आज तक राजनीति खूब हुई है। उन्होंने कहा कि जब अन्य राज्यों में निषादों को आरक्षण मिल सकता है तो उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड में क्यों नहीं? उन्होंने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि किसी पार्टी के नेता से व्यक्तिगत संबंध खराब नही है। उन्होंने हालांकि यह जरूर कहा कि बुलाया उसे जाता है, जो दोस्त होते है, ऐसे में मेरा अभी कोई दोस्त नहीं है। उन्होंने कहा कि वे अभी न महागठबंधन के साथ हैं और न एनडीए के साथ हैं, अभी वे मात्र वीआईपी के साथ हैं। अभी वे वीआईपी को बढ़ाने में लगे हैं। उन्होंने कहा कि सत्ता में बैठे लोग यह भूलकर जाते हैं हैं सत्ता आती और जाती रहती है, लेकिन उनके द्वारा किए गए कार्यों का ही उल्लेख ही बाद में होता है। इस प्रेस वार्ता में अर्जुन सहनी, बालगोविंद बिंद, बद्री पुरवे, विज्ञान स्वरूप सिंह, बैद्यनाथ सहनी, देव ज्योति उपस्थित रहे।