बिहार के करीब 5 करोड़ बच्चे और किशोरों को दी जाएगी कृमि मुक्ति की दवाः स्वास्थ्य मंत्री

4/22/2022 11:49:24 AM

पटनाः बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर राज्य के करीब पांच करोड़ बच्चे एवं किशोरों को कृमि मुक्ति की दवा खलाई जाएगी। पांडेय ने गुरुवार को कहा कि 22 अप्रैल को राज्य के 31 जिलों के चार करोड़ 87 लाख 94 हजार 307 बच्चों एवं किशोरों को कृमि मुक्ति की दवा (एल्बेंडाजोल) दी जाएगी। शेष सात जिलों में आयोजित फाइलेरिया-सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम के तहत कृमि मुक्ति की दवा खिलाई जाएगी। इस बार कृमि मुक्ति दिवस पर निजी स्कूलों और शहरी स्लम क्षेत्र के बच्चों एवं किशोरों को दवा खिलाने पर विशेष ध्यान दिया गया है।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कृमि मुक्ति की दवा एक साल से 19 साल तक के स्कूल जाने वाले एवं स्कूल नहीं जाने वाले दोनों तरह के बच्चों एवं किशोरों को दी जाएगी। स्कूल नहीं जाने वाले बच्चों एवं किशोरों को आंगनबाड़ी केंद्र के माध्यम से दवा दी जाएगी। वैसे बच्चे जो 22 अप्रैल को किसी कारणवश कृमि मुक्ति की दवा नहीं खा सकेंगे, उन्हें 26 अप्रैल को मॉप-अप दिवस पर कृमि मुक्ति की दवा खिलाई जाएगी। इसके लिए सभी आंगनबाड़ी सेविका व शिक्षकों द्वारा छूटे हुए बच्चों को मॉप-अप दिवस पर दवा खिलाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस को सफल बनाने के लिए सभी जिलों में प्रखंड स्तर तक आंगनबाड़ी सेविका एवं स्कूल के शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया है।

मंगल पांडेय ने कहा कि स्वस्थ बच्चों से ही स्वस्थ समाज का निर्माण संभव होता है। कृमि के कारण बच्चों का शारीरिक एवं मानसिक विकास अवरुद्ध हो सकता है। इससे उनका शैक्षणिक स्तर भी प्रभावित हो सकता है इसलिए अधिक से अधिक बच्चों को कृमि मुक्ति की दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है ताकि बच्चों का बौद्धिक और शारीरिक विकास हो सके। लाभार्थियों को कोरोना बीमारी से बचाव के लिए निर्गत सभी दिशा-निर्देशों और आवश्यक सुरक्षा उपायों का पालन करते हुए दवा खिलाई जाएगी।


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Ramanjot

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