बच्चों एवं महिलाओं को अनीमिया मुक्त करने के लिए विशेष अभियान चला रहा स्वास्थ्य विभाग

4/24/2022 11:45:27 AM

पटनाः बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग बच्चों एवं महिलाओं को अनीमिया से मुक्त करने के लिए विशेष अभियान चला रहा है। पांडेय ने शनिवार को कहा कि इस क्रम में आयरन फोलिक एसिड की पिंक गोली स्कूली छात्राओं को एवं लाल गोली 20 से 24 वर्ष के प्रजनन उम्र की महिलाओं (जो गर्भवती एवं धात्री न हो) को दी जा रही है। उन्होंने कहा कि छह माह से 59 माह के बच्चों को आयरन फोलिक एसिड सिरप ऑटो डिस्पेंसर के माध्यम से सप्ताह में दो दिन बुधवार और शनिवार को दी जा रही है।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी द्वारा प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के साथ समन्वय स्थापित कर पांच से नौ साल के स्कूल जाने वाले बच्चों को आयरन, फॉलिक एसिड की पिंक टैबलेट प्रत्येक बुधवार को विद्यालय में मध्याह्न भोजन के बाद दी जाती है। उन्होंने कहा कि पांच से नौ वर्ष के ऐसे बच्चे, जो स्कूल नहीं जाते हैं उन्हें आशा गृह भ्रमण के दौरान आईएफए पिंक की एक गोली प्रत्येक बुधवार को देती है। पांडेय ने कहा कि अप्रैल 2021 से मार्च 2022 तक छह माह से 59 महीने के 35 लाख 45 हजार 814 बच्चों को आयरन फॉलिक एसिड सिरप के बोतल दिए गए हैं। वहीं, पांच से नौ साल तक के 31 लाख एक हजार 582 बच्चों को स्कूल या आंगनबाड़ी सेंटर पर आयरन फॉलिक एसिड की टैबलेट वितरित की गई है।

मंगल पांडेय ने कहा कि बुधवार के दिन 20 से 24 वर्ष के प्रजनन आयु वर्ग की महिलाओं को साप्ताहिक आयरन फॉलिक एसिड की लाल गोली के अनुपूरण के संबंध में जागरूकता के साथ सप्ताह में एक दिन सेवन के लिए वितरण भी किया जा रहा है। आशा कार्यकर्ता छह माह से 59 माह के बच्चों के माता या अभिभावक को बुधवार या शनिवार को आयरन एंड फॉलिक एसिड सिरप की एक बोतल उपलब्ध कराती है एवं उन्हें पिलाने के विषय में प्रशिक्षण देती है। सिरप उपलब्ध कराने के बाद पहले सप्ताह में आशा स्वयं बच्चों को ऑटो डिस्पेंसर के माध्यम से (एक मिलीलीटर) सिरप पिलाकर प्रशिक्षित करती है और दूसरे सप्ताह में माता अपने बच्चे को सिरप पिलाती है और उसका अनुश्रवण करती है।


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Ramanjot

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