मधेपुरा में चार जुलाई से होगा स्कूलों का निरीक्षण, बिना सूचना अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों पर गिर सकती है गाज
Saturday, Jul 01, 2023-10:48 AM (IST)

मधेपुरा: बिहार के मधेपुरा जिले में मौजूद विद्यायलों में बिना सूचना के अनुपस्थित रहने वाले पदाधिकारियों, कर्मियों एवं शिक्षकों के लिए मुश्किल होने वाली है क्योंकि चार जुलाई से इनका निरीक्षण किया जाएगा। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के.के पाठक के पत्र के आलोक में जिलाधिकारी विजय प्रकाश मीणा ने जारी पत्र में कहा है कि आज से प्रारंभिक स्कूलों का संचालन सुबह नौ बजे से अपराह्न तीन बजे तथा माध्यमिक तथा उच्च माध्यमिक स्कूलोंं का संचालन 9:30 बजे से चार बजे तक निर्धारित है।
सप्ताह में दो बार होगा निरीक्षण
स्कूलों में नियमित रूप से शैक्षणिक व्यवस्था का सुद्दढि़करण हो सके इसके लिए प्रत्येक विद्यालय का सप्ताह में कम से कम दो बार निरीक्षण किया जाना है। निरीक्षण के क्रम में शिक्षकों की उपस्थिति, बच्चों की उपस्थिति, मध्यान्ह भोजन योजना के सफलता की स्थिति, शौचाालय की स्थिति, पीने के पानी की स्थिति, स्कूल परिसर का साफ-सफाई तथा अन्य तथ्यों का गहन निरीक्षण जिले में पदस्थापित पदाधिकारियों एवं कर्मियों द्वारा किया जाना है। निरीक्षण में शामिल पदाधिकारियों व कर्मियों का रोस्टर तैयार किया गया है।
एक आदर्श निरीक्षण प्रपत्र तैयार
निरीक्षण के लिए एक आदर्श निरीक्षण प्रपत्र तैयार किया गया है। सभी निरीक्षणकर्ता अपने रोस्टर के अनुसार विद्यालय संचालन की अवधि में आवंटित विद्यालय का निरीक्षण करना सुनिश्चित करेंगे। निरीक्षण के दौरान निरीक्षणकर्ता प्रत्येक कक्षा में जरूर जाऐंगे और संबंधित शिक्षकों से मिलकर उनका हस्तक्षर लेंगे तथा निरीक्षण प्रतिवेदन तैयार कर उसी दिन अपराह्न तीन बजे तक अपने-अपने संबंधित शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय में जमा करना सुनिश्चित करेंगे। अंत में निरीक्षण प्रतिवेदन का अवलोकन कर जिला शिक्षा पदाधिकारी के पास भेज दिया जाएगा।
500 से अधिक पदाधिकारी एवं कर्मी करेंगे निरीक्षण
जिला शिक्षा पदाधिकारी जेपी ठाकुर ने बताया कि निरीक्षण में 500 से अधिक पदाधिकारी एवं कर्मियों को लगाया गया है। जिसमें प्रखंड कृषि पदाधिकारी, मनरेगा पीओ, विभिन्न विभागों के कनीय अभियंता, राजस्व कर्मचारी, कार्यपालक सहायक, पंचायत सचिव, एलएस, जीविका के प्रखंड परियोजना प्रबंधक, पशु चिकित्सा पदाधिकारी, बाल विकास परियोजना के पदाधिकारी एवं कर्मचारी, बिजली विभाग के अभियंता,पीएचईडी विभग समेत अन्य विभागों के पदाधिकारियों एवंं कर्मचारियों को शामिल किया गया है।