''जिस पुनौराधाम में हुआ माता सीता का हुआ जन्‍म, वहां बहेगी समग्र विकास की धारा''

Saturday, Aug 09, 2025-07:53 PM (IST)

सीतामढ़ी, पुनौराधाम:अयोध्या में भगवान श्रीराम मंदिर निर्माण बनने के बाद, केंद्र और राज्य सरकार की नजरें अब सीतामढ़ी के पुनौराधाम को धार्मिक आस्था के रूप में डेवलप करने की है। मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार मंदिर निर्माण के ऐलान के बाद अब केंद्र सरकार भी माता सीता के मंदिर परिसर को धार्मिक पर्यटन स्‍थल बनाने में जुट गई है। इस मंदिर परिसर को आधुनिकता और आस्‍था के अद्वितीय संगम के रूप में सजाने-संवारने में जुट गई है।


राम-जानकी कॉरिडोर पर काम हुआ शुरू

8 अगस्त को गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 883 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले भव्य मां जानकी मंदिर परिसर के लिए भूमि पूजन किया। 67 एकड़ में फैले इस मंदिर परिसर के लिए 50 एकड़ अतिरिक्त जमीन अधिग्रहित हो चुकी है। यहां मंदिर, परिक्रमा पथ, संग्रहालय, ऑडिटोरियम, वाटिका और अन्य आधुनिक सुविधाएं विकसित होंगी। बताते चलें, मां जानकी के मंदिर का डिज़ाइन भी उसी वास्तुकार ने तैयार किया है, जिन्होंने अयोध्या का राम मंदिर का डिजाइन तैयार किया है। यानी इस मंदिर को अयोध्‍या से जोड़ने की तैयारी शुरू कर दी गई है।

सड़क संपर्क होगा और मजबूत

बताते चलें‍ कि माता सीता के पुनौराधाम मंदिर के निर्माण के साथ ही ‘राम जानकी कॉरिडोर’ का निर्माण भी शुरू हो गया है। जो इस मंदिर को सीधे अयोध्‍या के श्रीराम मंदिर से जोड़ेगा। राम-जानकी फोर-लेन परियोजना को केंद्र सरकार की ओर से हरी झंडी मिल चुकी है। 6,155 करोड़ रुपये की लागत से में 240 किमी लंबा यह मार्ग अयोध्या और सीतामढ़ी को जोड़ेगा। 

सीतामढ़ी से आयोध्‍या तक जुड़ेगी सड़क

इसके अलावा ये मार्ग अयोध्‍या होते हुए दिल्‍ली की ओर जाएगा वहीं, सीतामढ़ी नेपाल से भी जुड जाएगा। इस मार्ग के विस्‍तार से देसी और विदेशी दोनों मेहमानों को राम-जानकी मंदिर से सीधी कनेक्टिविटी मिल जाएगी। धार्मिक यात्रियों की यात्रा को आसान बनाने के लिए मंदिर परिसर तक पहुंच के लिए रोड-ओवर-ब्रिज और अप्रोच रोड का निर्माण शुरू भी हो चुका है।

जिले के भीतर भी होगा सड़कों निर्माण

सरकार की योजना ये है कि राम जानकी मार्ग को सीतामढ़ी से सीधे जोड़ा जाए। इसके लिए सिवान, मशरक और शिवहर पुनौराधाम पहुंचने की कनेटिविटी को मजबूत करना होगा। इसके लिए सरकार इन जिलों से सीतामढ़ी आने वाली दो लेन सड़कों को चार लेन बनाने जा रही है। इसके अलावा सीतामढ़ी की कनेटिविटी मुजफ्फरपुर और पटना जोड़ा जाएगा। इसके लिए चार लेन की सीधी कनेक्टिविटी वाली सड़कों को तैयार किया जाएगा।   

रेल कनेक्टिविटी होगी मजबूत

सीतामढ़ी से रेलवे कनेक्टिविटी को बेहतर करने के लिए फिलहाल देश के गृहमंत्री अमित शाह ने अमृत भारत एक्सप्रेस की सौगात तो सीतामढ़ी को दे दी है। जिससे सीतामढ़ी से दिल्ली कनेक्‍ट हो गया है। इसके अलावा अयोध्या–पुनौराधाम रेल दोहरीकरण परियोजना को भी मंजूरी मिल चुकी है। ये परियोजना 4,553 करोड़ रुपए की है। इस लागत से 256 किमी का यह काम स्थानीय और सांस्कृतिक विकास को नई रफ्तार देगा। 

बिहार के ये जिले भी रेलवे से हो जाएंगे कनेक्‍ट

पुनौराधाम मंदिर के निर्माण के साथ ही सीतामढ़ी से सटे जिलों की कनेटिविटी पर खासा असर पड़ेगा। सीतामढ़ी–शिवहर–मोतिहारी नई रेल लाइन पर सर्वे और अधिग्रहण कार्य शुरू कर दिया गया है। जिस परियोजना के तहत 13 बड़े पुल, 62 पुलिया और 30 फाटक बनाए जाएंगे। इसके अलावा दरभंगा से सीतामढ़ी और नरकटियागंज रेल लाइन का भी दोहरीकरण किया जाएगा। सीतामढ़ी से शिवहर के लिए भी नई लाइन शुरू की जाएगी। जिसके सीतामढ़ी की कनेटिविटी आसान होगी और धार्मिक पर्यटकों को किसी भी रास्‍ते से सीतामढ़ी आने में कोई परेशानी नहीं होगी।

हवाई कनेक्टिविटी की उम्‍मीद बढ़ी

फिलहाल सीतामढ़ी को सीधी हवाई सेवा से जोड़ने की योजना नहीं है। मगर पटना, गया और दरभंगा एयरपोर्ट के जरिए सीतामढ़ी पहुंचने वाले सड़क मार्ग को चार लेन किया जा रहा है। इन रास्‍तों पर आसान कनेक्टिविटी के लिए रोड़ ओवर ब्रिज और सड़कों के चौड़ी करण का काम जारी है। इस व्यापक योजना से तीर्थ यात्रियों को सुविधा, स्थानीय युवाओं को रोजगार, व्यापार को गति और क्षेत्र की पहचान को नया वैश्विक मंच मिलेगा।


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Ramanjot

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