Kartik Purnima 2025: कार्तिक पूर्णिमा पर खुलेंगे मोक्ष के द्वार, जानिए शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और दान का महत्व

Monday, Nov 03, 2025-08:32 AM (IST)

Kartik Purnima 2025 Date and Time: हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक माह को अत्यंत पवित्र माना गया है और इस माह की पूर्णिमा तिथि (Kartik Purnima 2025) का विशेष महत्व बताया गया है। यह दिन न केवल धार्मिक बल्कि आध्यात्मिक दृष्टि से भी अत्यंत शुभ (Spiritual Significance of Kartik Purnima) माना जाता है। इस वर्ष Kartik Purnima 2025 Date — 5 नवंबर 2025, बुधवार को मनाई जाएगी। भक्त इस दिन गंगा स्नान, पूजा, व्रत और दान करते हैं।

Kartik Purnima 2025 Date and Time (कार्तिक पूर्णिमा की तिथि और समय)

  • पूर्णिमा तिथि आरंभ: 4 नवंबर 2025, रात 10:36 बजे
  • पूर्णिमा तिथि समाप्त: 5 नवंबर 2025, शाम 6:48 बजे
  • उदया तिथि के अनुसार: कार्तिक पूर्णिमा 5 नवंबर 2025 को मनाई जाएगी।

Kartik Purnima Significance: क्यों खास है यह दिन

कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान (Ganga Snan on Kartik Purnima) करने से सारे पाप नष्ट हो जाते हैं और मोक्ष (Salvation) की प्राप्ति होती है। इस दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा करने से घर में शांति और समृद्धि (Peace and Prosperity) आती है। जो भक्त इस पूरे माह गंगा स्नान या कल्पवास करते हैं, उनके लिए यह तिथि विशेष फलदायी मानी जाती है।

  • शुभ मुहूर्त (Kartik Purnima Puja Muhurat 2025)
  • ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 04:46 बजे से 05:37 बजे तक
  • विजय मुहूर्त: दोपहर 01:56 बजे से 02:41 बजे तक
  • गोधूलि मुहूर्त: शाम 05:40 बजे से 06:05 बजे तक
  • चंद्रोदय (Moonrise): शाम 07:20 बजे

Kartik Purnima Puja Vidhi: इस तरह करें पूजा

  • सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ कपड़े पहनें।
  • सूर्य देव को जल अर्पित करें (Surya Arghya)।
  • घर या मंदिर में भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की प्रतिमा स्थापित करें।
  • पीले वस्त्र, फूल, माला, फल और मिठाई से पूजा करें।
  • दीपदान (Deep Daan) और विष्णु चालीसा पाठ (Vishnu Chalisa Path) करें।
  • पूजा के बाद प्रसाद बांटें और शांति का संकल्प लें।

Kartik Purnima Daan: क्यों जरूरी है दान करना

धार्मिक मान्यता है कि इस दिन स्नान और पूजा के बाद दान (Charity on Kartik Purnima) करने से धन और पुण्य दोनों प्राप्त होते हैं। गरीबों को अन्न, वस्त्र, दीपक या दक्षिणा का दान करने से जीवन में सुख-समृद्धि और सौभाग्य आता है। यदि संभव हो तो तुलसी के पौधे या दीपक को जलाशय में प्रवाहित करें।

Kartik Purnima 2025: भक्तों के लिए प्रेरणा का पर्व

कहा जाता है कि इस दिन भगवान विष्णु स्वयं क्षीरसागर से बाहर आकर भक्तों को आशीर्वाद देते हैं। इसलिए यह दिन “देव दीपावली” (Dev Deepawali 2025) के रूप में भी मनाया जाता है। काशी, गया, पटना और देवघर जैसे तीर्थ स्थलों पर लाखों श्रद्धालु स्नान और दीपदान करते हैं।


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Ramanjot

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