राघोपुर को राजधानी से जोड़ने वाला सपना हुआ साकार: कच्ची दरगाह-बिदुपुर 6 लेन गंगा पुल का सीएम नाीतीश ने किया लोकार्पण
Monday, Jun 23, 2025-08:37 PM (IST)

पटना:मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज बहुप्रतीक्षित कच्ची दरगाह-बिदुपुर 6 लेन गंगा पुल परियोजना के पहले चरण का भव्य लोकार्पण किया। यह चरण राजधानी पटना को राघोपुर दियारा से जोड़ता है। पटना जिले के कच्ची दरगाह से वैशाली जिले के राघोपुर तक बनी इस सड़क संपर्कता के उद्घाटन के साथ ही अब राघोपुर क्षेत्र को सालभर राजधानी से सड़क के माध्यम से जोड़ दिया गया है, जो पहले केवल नाव के ज़रिए ही संभव था।
लोकार्पण के मौके पर मुख्यमंत्री ने पुल के पटना से राघोपुर खंड का निरीक्षण भी किया। राघोपुर पहुंचने पर स्थानीय लोगों ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया और इस ऐतिहासिक परियोजना के लिए आभार जताया। मुख्यमंत्री ने कहा, "हम लगातार आपके हित में काम कर रहे हैं और इस क्षेत्र के विकास के लिए जो भी बन पड़ेगा, करते रहेंगे।"
उन्होंने आगे कहा कि इस परियोजना के शुरू होने से न केवल कृषि, उद्योग और व्यापार को गति मिलेगी बल्कि आकस्मिक चिकित्सा की स्थिति में भी राघोपुर और आसपास के लोगों को बड़ा फायदा होगा। उन्होंने महात्मा गांधी सेतु पर यातायात के दबाव में कमी आने की भी उम्मीद जताई और बताया कि यह पुल उत्तर और दक्षिण बिहार को जोड़ने के लिए एक वैकल्पिक मार्ग बन गया है।
मुख्यमंत्री ने दीदारगंज में निर्माणाधीन उस लिंक पथ का भी निरीक्षण किया, जो इस पुल को जेपी गंगा पथ से सीधे जोड़ेगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि इस लिंक पथ के बचे हुए कार्य को एक माह में पूर्ण कर लिया जाए ताकि पटना के पूर्वी हिस्से से उत्तर बिहार के बीच यातायात और भी आसान हो सके।
ज्ञात हो कि इस 4988 करोड़ रुपये की लागत वाली परियोजना के तहत गंगा नदी पर 9.76 किमी लंबा 6-लेन ग्रीनफील्ड पुल और 10 किमी लंबा पहुँच पथ बनाया जा रहा है। परियोजना की कुल लंबाई 19.76 किमी है। इसका प्रथम चरण (4.57 किमी) – पटना के कच्ची दरगाह से राघोपुर दियारा तक – अब जनता के लिए खुल चुका है।
द्वितीय चरण में चकसिकन्दर से हाजीपुर-महनार पथ तक और तृतीय चरण में राघोपुर से हाजीपुर-महनार पथ तक संपर्कता बहाल की जा रही है। अब तक परियोजना की कुल प्रगति 85 प्रतिशत हो चुकी है, और शेष कार्यों को तीव्र गति से पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं।
इस मौके पर उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव, जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन, कई जनप्रतिनिधिगण और वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे।