Bihar Politics: निशांत कुमार की राजनीति में एंट्री की मांग तेज, JDU कार्यकर्ताओं ने शुरू की भूख हड़ताल

Monday, Dec 29, 2025-07:34 AM (IST)

Bihar Politics: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार को सक्रिय राजनीति में लाने की मांग एक बार फिर जोर पकड़ने लगी है। जनता दल (यूनाइटेड) के कई नेताओं और कार्यकर्ताओं का मानना है कि अब पार्टी की जिम्मेदारी नई पीढ़ी को सौंपी जानी चाहिए। इसी मांग को लेकर जेडीयू कार्यकर्ताओं के एक समूह ने राजधानी पटना में भूख हड़ताल शुरू कर दी है।

गर्दनीबाग में 12 घंटे की भूख हड़ताल, लगाए गए नारे

जानकारी के मुताबिक, जेडीयू कार्यकर्ताओं ने पटना के गर्दनीबाग इलाके में 12 घंटे की भूख हड़ताल शुरू की। रविवार सुबह से ही बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौके पर जुटने लगे और नारेबाजी कर निशांत कुमार के राजनीति में आने की मांग दोहराते रहे।

‘पढ़े-लिखे और सक्षम हैं निशांत कुमार’

भूख हड़ताल पर बैठे कार्यकर्ताओं का कहना है कि निशांत कुमार पढ़े-लिखे, समझदार और साफ-सुथरी छवि वाले व्यक्ति हैं। उनका मानना है कि अगर निशांत सक्रिय राजनीति में आते हैं तो जेडीयू संगठन को नई दिशा और नई ऊर्जा मिलेगी। कार्यकर्ताओं का यह भी कहना है कि निशांत के नेतृत्व में पार्टी न सिर्फ मजबूत होगी, बल्कि आने वाले समय में वह बिहार की राजनीति में अहम भूमिका निभा सकते हैं।

‘भविष्य नई पीढ़ी के हाथों में होना चाहिए’

जेडीयू कार्यकर्ताओं ने कहा कि पार्टी के जमीनी स्तर पर लंबे समय से यह भावना है कि अब भविष्य की जिम्मेदारी नई पीढ़ी को सौंपी जाए। उनके मुताबिक, इस भूमिका के लिए निशांत कुमार सबसे उपयुक्त चेहरा हैं। कार्यकर्ताओं ने स्पष्ट किया कि फिलहाल यह भूख हड़ताल 12 घंटे की है, लेकिन अगर उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया तो आंदोलन को आगे और तेज किया जाएगा।

आंदोलन तेज करने की चेतावनी

भूख हड़ताल कर रहे नेताओं ने चेतावनी दी कि अगर मांगें नहीं मानी गईं, तो आंदोलन के अगले चरण में 24 घंटे की भूख हड़ताल की जाएगी। यह प्रदर्शन पटना के जेपी गोलंबर पर जेपी प्रतिमा के नीचे आयोजित करने की योजना है। उन्होंने साफ कहा कि आंदोलन पूरी तरह शांतिपूर्ण रहेगा, लेकिन निशांत कुमार को राजनीति में लाने की मांग से वे पीछे नहीं हटेंगे।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से की भावनात्मक अपील

कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अभिभावक बताते हुए उनसे अपील की कि पार्टी और बिहार के भविष्य को ध्यान में रखते हुए निशांत कुमार को राजनीति में आने की अनुमति दी जाए। उनका कहना है कि अगर निशांत नेतृत्व संभालते हैं तो जेडीयू कार्यकर्ता पूरी मजबूती से उनके साथ खड़े रहेंगे और संगठन को नई ताकत मिलेगी।


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Ramanjot

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