सम्राट अशोक जयंती के बहाने JDU का BJP पर निशाना, कुशवाहा बोले- ये लोग बिना सोचे समझे करते हैं बयानबाजी

4/9/2022 4:40:50 PM

पटनाः इन दिनों बिहार में सम्राट अशोक जयंती के बहाने भाजपा और जदयू आमने सामने हैं। बीते दिन जहां भाजपा ने सम्राट अशोक की जयंती मनाई वहीं आज शनिवार को जदयू ने इस जयंती को मनाया। हालांकि, इतिहास में कहीं भी सम्राट अशोक की जन्मतिथि का मूल प्रमाण नहीं मिलता। उसके बावजूद जदयू और भाजपा लव कुश समीकरण को साधने में लगे हुए है।

पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में जदयू राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, पार्लियामेंट्री बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा, प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा के साथ हजारों की संख्या में जदयू कार्यकर्ता मौजूद थे। इस दौरान उपेंद्र कुशवाहा ने इशारों-इशारों में भाजपा पर निशाना साधा है। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सम्राट अशोक जयंती पर बिहार में अवकाश की घोषणा की थी, उस समय बिहार में बीजेपी के साथ गठबंधन की सरकार नहीं थी, उस समय बिहार में जदयू का किसी अन्य पार्टी के साथ गठबंधन की सरकार थी, तब नीतीश कुमार ने अवकाश की घोषणा की थी।

उपेंद्र कुशवाहा ने अपने सहयोगी पार्टी बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि ये लोग बिना सोचे समझे काम करते है और बयानबाजी करते हैं। तभी तो इनकी ऐसी दुर्दशा हो रही है। हमारी पार्टी ने राष्ट्रीयकरिणी के बैठक में निर्णय लिया कि जातीय जनगणना कराया जाए। जब तक जातीय जनगणना नहीं होगी तब तक सभी का विकास नहीं हो सकता। बीजेपी के एक बड़े मंत्री ने पार्लियामेंट में 2018 में कहा था कि 2021 में सामान्य जनगणना के साथ जातीय जनगणना भी कराई जाएगी, लेकिन अभी तक जातीय जनगणना नही कराया गया। अशोक सम्राट का झंडा लेकर जयंती मनाने से विकास नहीं होगा, बल्कि सम्राट अशोक के विचारों को मानने से होगा।

उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि आज भी हाईकोर्ट में, सुप्रीम कोर्ट और अन्य कोर्ट में कितने पिछड़ों को न्यायधीश बनाया गया है। आज भी सिस्टम की वजह से सामान्य कोटे से आने वाले गरीब घरों के ब्राह्मण, भूमिहार, राजपूत या कायस्थ को हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में न्यायधीश नहीं बनाया जाता। जब तक गरीबी और पिछड़ों को उनका हक नहीं मिलता तब तक सम्राट अशोक को सच्ची श्रद्धांजलि नहीं मिलेगा। हम लोग बिहार में नेतृत्व पर कोई समझौता नहीं कर सकते, बिहार में हमारे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं, हमारे नेता नीतीश कुमार है और रहेंगे। हम लोग अपने कार्य प्रणाली से भी समझौता नहीं कर सकते। बिहार के विभिन्न जिलों से आए लोगों का में हृदय से आपका स्वागत करता हूं और आपका आभार व्यक्त करता हूं।


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Ramanjot

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