Bihar News: नकली नोटों के साथ पकड़े गए जवान अमरेंद्र को जेल, ऐसे हुआ था मामले का भंडाफोड़

Tuesday, Jun 03, 2025-08:44 AM (IST)

Bihar News: बिहार में सुपौल जिले के भीमनगर थाना अंतर्गत कटैया पॉवर हाउस में शनिवार को नकली नोटों के साथ पकड़े गए बीएसएपी के12वीं बटालियन के जवान अमरेंद्र कुमार यादव को सोमवार को जेल भेज दिया गया ।     

500 मूल्य वर्ग के कुल 123 नकली नोट बरामद          

पुलिस सूत्रों ने सोमवार को यहां बताया कि उसके पास 500 मूल्य वर्ग के कुल 123 नकली नोट मिले। कुल राशि 61,500 है। अमरेंद्र मधेपुरा जिले के पथराहा वार्ड चार का रहने वाला है और साल 2010 बैच का सिपाही (सिपाही संख्या 258) है। सूत्रों ने बताया कि भीमनगर थानाध्यक्ष दीपक कुमार को गुप्त सूचना मिली थी कि पॉवर हाउस में नकली नोटों की लेन-देन हो रही है। पुलिस ने तुरंत कारर्वाई की। अमरेंद्र को मौके से गिरफ्तार किया गया। तलाशी में उसकी जेब से 500 के 37 नोट यानी 18,500 मिले। उसके बैठने की जगह बोरे के नीचे से 500 के 40 नोट यानी 20,000 मिले। कटैया गांव के शैलेश कुमार सिंह ने पुलिस को 500 के 46 नोट यानी 23,000 सौंपे। ये रुपए अमरेंद्र ने जेसीबी भाड़े के रूप में दिए थे। तीनों जगहों से कुल 61,500 के नकली नोट बरामद हुए। इसके बाद स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की भीमनगर शाखा के प्रबंधक को बुलाया गया। उन्होंने जब्त नोटों की जांच की। जिसमें सभी नोट नकली पाए गए। वहीं, मामले की गंभीरता को देखते हुए आर्थिक अपराध इकाई, आईबी, स्पेशल ब्रांच, एनआईए, एसएसबी, एसपी और एसडीपीओ जांच में जुटे हैं।                      

जानिए कैसे हुआ खुलासा

बताया जा रहा है कि शैलेश को पहले भी अमरेंद्र द्वारा दिए गए नोटों पर शक हुआ था। बैंक में जमा करने पर नोट नकली निकले। इस बार उसने समय पर पुलिस को सूचना दी। इससे बड़ी गिरफ्तारी हो सकी। 28 मई 2025 को अमरेंद्र ने बीके पेट्रोलियम पंप पर पांच हजार रुपए नकद दिए थे। ये नोट भी संदेहास्पद पाए गए। बाद में तलाशी में नकली नोट मिले। जांच में पता चला कि वह 21 मई को सुबह 10:26 बजे नेपाल गया था। उसके वाहन के दस्तावेजों से इसकी पुष्टि हुई। नेपाल कनेक्शन की जांच भी शुरू हो गई है। अमरेंद्र के पास से एक काली स्कॉर्पियो (बीआर 01 एफबी 331) जब्त की गई।     

पकड़े गए जवान अमरेंद्र से लगातार 36 घंटे पूछताछ           

सूत्रों ने बताया कि पकड़े गए जवान अमरेंद्र से लगातार 36 घंटे पूछताछ हुई। मोबाइल कॉल डिटेल और डेटा रिकॉर्ड खंगाले गए। कई संदिग्ध संपर्क सामने आए। पूछताछ में नेपाल के एक व्यक्ति की पहचान हुई है, जो इस रैकेट से जुड़ा हो सकता है। गिरफ्तारी के बाद भीमनगर, वीरपुर और रतनपुर थाना की संयुक्त टीम ने अमरेंद्र के तीन ठिकानों पर छापेमारी की। पुलिस को शक है कि यह एक संगठित गिरोह है, जिसकी जड़ें नेपाल तक फैली हैं। भीमनगर थाना में कांड संख्या 37/25 दर्ज किया गया है। सोमवार दोपहर 12 बजे अमरेंद्र को न्यायालय में पेश किया गया। इसके बाद उसे जेल भेज दिया गया। वहीं, वीरपुर के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सुरेंद्र कुमार ने बताया कि मामले की गहराई से जांच हो रही है। कई बिंदुओं पर जांच की जा रही है। अन्य संलिप्त लोगों की पहचान के लिए छानबीन जारी है। 


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Harman

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