भाग्य के अजब खेल! जमुई में सड़क किनारे मिली नवजात बच्ची पहुंची पंजाब, अब पंजाबी दंपति करेंगे परवरिश
Saturday, Jan 11, 2025-02:13 PM (IST)
जमुई: बिहार के जमुई में भाग्य का अजब खेल देखने को मिला है। कहते है न जिसका दाना-पानी जहां होता है वह खुद ही वहां पहुंच जाता है। दरअसल, जमुई में जन्म देने के बाद मां ने अपनी नवजात बच्ची को सड़क के किनारे नाले में फेंक दिया था, लेकिन किस्मत ने उसे एक नया जीवन देते हुए पंजाब के एक दंपति को उसकी परवरिश का जिम्मा सौंप दिया। बता दें कि जमुई की बाल संरक्षण इकाई ने बच्ची को गुरुवार को पंजाब से आए दंपति को सौंप दिया है। बता दें कि सरकारी नियम के अनुसार जमुई जिले से किसी बच्चे को गोद लेने का यह पहला मामला है।
मिली जानकारी के मुताबिक, बच्ची जमुई शहर के सिरचंद नवादा मोहल्ले के एक गली में सड़क के किनारे नाले में पड़ी थी। उसके बाद वहां के मोहल्ले में रहने वाले एक दंपति को इसकी जानकारी हुई तो वह बच्ची को अपने घर ले आए। जिसके बाद नवजात को एक नया जीवन मिला। लेकिन जब इसकी खबरे मीडिया में फैली तो नियम कानून का हवाला देते हुए 14 अगस्त को जिला बाल संरक्षण इकाई ने बच्ची को अपनी कस्टडी में ले लिया।
अभी प्री एडॉप्शन केयर पर रहेगी बच्ची
वहीं अब सरकार के एडॉप्शन कानून और नियम का पालन करते हुए जमुई जिले के बाल संरक्षण इकाई ने 5 महीने के इस नवजात बच्ची को पंजाब के एक दंपति को सौंप दिया है। जिसे लेकर वे लोग जमुई से पंजाब रवाना हो गए। जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी सूरज कुमार ने बताया कि अगस्त महीने में ये बच्ची के बारे में सूचना मिली थी, जिसके बाद उसे बाल संरक्षण इकाई में रखा गया था। सरकार के शिशु एडॉप्शन नियम प्रक्रिया के तहत उस बच्ची को पंजाब के एक दंपति को प्री एडॉप्शन केयर के लिए फिलहाल दो महीनों के लिए सौंपा गया है। दो महीने तक उसकी निगरानी रखी जायेगी। जिसके बाद बच्ची का उस परिवार से भावनात्क जुड़ाव होने पर एडॉप्शन की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।